नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने वियतनामी समकक्ष फाम मिन्ह चीन्ह से बात की और कहा कि दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता, समृद्धि और विकास को बढ़ावा देने में अपना योगदान दे सकती है। पीएम मोदी ने वियतनाम के पूर्व सुरक्षा अधिकारी और वहां की कम्युनिस्ट पार्टी के नेता चीन्ह को प्रधानमंत्री बनने पर बधाई भी दी और विश्वास जताया कि उनके कुशल निर्देशन में दोनों देशों के बीच व्यापक सामरिक साझेदारी और भी मजबूत होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह से फोन पर बात की। अपने व्यापक रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं की समीक्षा की, हिंद्र-प्रशांत क्षेत्र को लेकर साझा विचारों को दोहराया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सहित निकट सहयोग पर सहमत हुए।’ इससे पहले, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच फोन पर वार्ता हुई और इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही सहयोग के विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी हुआ।
पीएमओ के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने एक खुले, समावेशी, शांतिपूर्ण और नियम आधारित हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के समान विचारों का हवाला देते हुए कहा, ‘भारत-वियतनाम व्यापक सामरिक साझेदारी क्षेत्रीय शांति, समृद्धि और विकास को बढ़ावा देने में योगदान दे सकती है।’ इस संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने यह जिक्र भी दिया कि भारत और वियतनाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य भी हैं। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर के समय वियतनाम की ओर से की गई सहायता के लिए धन्यवाद भी दिया।
साथ ही दोनों नेताओं ने कहा कि इस महामारी का मुकाबला करने के लिए विचार-विमर्श और एक दूसरे का सहयोग करना जारी रखेंगे। PMO ने कहा, ‘दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की और सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में विचारों का आदान-प्रदान किया।’ PMO ने कहा कि वर्ष 2022 में दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ होगी और दोनों नेताओं ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को धूमधाम से मनाने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वियतनामी समकक्ष को भारत आने का निमंत्रण भी दिया।