मुंबई: मुंबई की एक अदालत ने सोमवार को हथियार बरामद होने के मामले के आरोपी शरद कालास्कर को CBI की हिरासत में भेज दिया। CBI अंधविश्वास के खिलाफ अलख जगाने वाले नरेंद्र दाभोलकर की हत्या में उसकी कथित भूमिका की CBI जांच कर रही है। कालास्कर को पिछले महीने महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से हथियार और गोला-बारूद की बरामदगी के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।
कालास्कर और तीन अन्य आरोपियों को हथियार बरामदगी मामले में उनकी पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनोद पंडाल्कर के समक्ष पेश किया गया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दायर आवेदन पर न्यायाधीश ने दाभोलकर हत्या मामले में कालास्कर को CBI की हिरासत में भेज दिया। CBI ने इस आधार पर कालास्कर की रिमांड मांगी थी कि दाभोलकर हत्या मामले में उसकी कथित भूमिका का पता लगाने के लिये उससे हिरासत में पूछताछ की जरूरत है।
CBI ने अपने आवेदन में कहा था कि एजेंसी को सचिन आंदुरे के साथ उसके संबंधों का पता लगाने की आवश्यकता है। आंदुरे कथित तौर पर मुख्य शूटर था, जिसे पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था। CBI ने कहा कि आंदुरे से पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि कालास्कर दूसरा शूटर था और उसने दाभोलकर पर दो गोलियां चलाई थीं। 67 वर्षीय अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता की दो मोटरसाइकिल सवार लोगों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह पुणे में 20 अगस्त 2013 को सुबह की सैर पर निकले थे।