शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने विश्व की एक सबसे चुनौतीपूर्ण वहनीय परियोजना, रोहतांग सुरग का नामकरण दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का सोमवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया। यह परियोजना समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। सरकार ने कहा कि वाजपेयी एकमात्र राष्ट्रीय नेता थे, जिन्होंने लाहौल घाटी के निवासियों के लिए हर साल होने वाले पांच महीने के निर्वासन को समाप्त करने के लिए रोहतांग दर्रे के नीचे एक सुरंग के निर्माण का विचार किया था।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी ने 1998 में सुरंग के निर्माण का विचार किया था और उन्होंने परियोजना की घोषणा तीन जून, 2000 को की थी। कैबिनेट द्वारा पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है कि सुरंग परियोजना पूरी होने के करीब है और राज्य के लिए यह वाजपेयी की तरफ से सबसे बड़ा उपहार होगा।
राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने राज्य द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री आदर्श विद्या केंद्र योजना को अटल आदर्श विद्या केंद्र व मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना को अटल आशीर्वाद योजना का नाम देने का फैसला किया है।
सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में पर्यटक रिसॉर्ट मनाली में एक स्मारक के निर्माण का फैसला किया है। वाजपेयी का 16 अगस्त को 93 साल की आयु में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया।