नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आतंकी मन्नान वानी के लिए नमाज पढ़ने की कोशिश की गई। मन्नान वानी जो हिज्बुल का आतंकी बन गया था, उसे जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इस आतंकवादी के एनकाउंटर के विरोध में हंदवाड़ा से करीब हजार किलोमीटर दूर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में तीन छात्रों ने नमाज पढ़ने की कोशिश की। तीनों छात्र एनकाउंटर में ढेर आतंकवादी मन्नान वानी के समर्थन में बैठक कर रहे थे जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तीनों छात्रों को सस्पेंड कर दिया।
वहीं एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने साफ किया कि एएमयू में आतंकी के लिए कोई नमाज नहीं पढ़ी गई और जिन छात्रों ने कोशिश की उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। भूगर्भ शास्त्र के रिसर्च स्कॉलर मन्नान बशीर वानी ने साल के शुरुआत में ही पढ़ाई छोड़कर हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ थाम लिया था। इसके बाद उसे कुपवाड़ा में कमांडर बनाया गया था।
उधर फेसबुक पर राइफल के साथ मन्नान की तस्वीर वायरल होने पर उसे यूनिवर्सिटी से निष्काषित कर दिया गया था। कहा जा रहा था कि वह 5 जनवरी को ही हिज्बुल में शामिल हो गया था। वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव का रहने वाला था।
मन्नान को उसके घरवाले आगे की पढ़ाई के लिए यूएस भेजने की तैयारी कर रहे थे जिसके लिए वह बहुत ज्यादा उत्साहित था लेकिन उसके आतंकी संगठन में शामिल होने की खबर के बाद से घरवाले निराश थे और वापसी की उम्मीद लगाए बैठे थे।