नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा डॉक्टरों की टीम पर पथराव की घटना को लेकर इस्लामिक स्कॉलर और MANUU के पूर्व चांसलर जफर सरेशवाला ने कहा है कि इस घटना के बाद ‘‘अगर मैं खुद को मुसलमान कहता हूं तो शर्म से मेरा चेहरा नीचे उतर गया है’’, जफर सरेशवाला ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम में कहा कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर पथराव करने वाले लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करके इस तरह की घटनाओं के खिलाफ एक उदाहरण प्रस्तुत करे।
इंडिया टीवी के कार्यक्रम पर जफर सरेशवाला ने कहा कि एक डॉक्टर और जो आपका उपचार कर रहा है, उसके साथ ऐसी घिनौनी हरकत करना किसी भी मजहब में इसकी अनुमति नहीं है। मुरादाबाद की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टरों पर हमला करने वाले लोग मजहबी गुनहगार हैं और अगर हिंदुस्तान में इस्लामी हुकूमत होती तो उनको ऐसी सजा होती कि ये जिंदगी भर याद रखते।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमित एक व्यक्ति को पृथकवास में रखने के लिए ले जाने आई एक मेडिकल टीम पर लोगों के पथराव में 4 लोग जख्मी हो गए। इस मामले में सात महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुरादाबाद के नवाबपुरा क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति को पृथक केंद्र ले जाने के लिए आई एक मेडिकल टीम और उसकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों पर कुछ लोगों ने पथराव किया। इस वारदात में एक डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ के तीन लोग जख्मी हो गए।