मुजफ्फरपुर (बिहार): सीबीआई की एक टीम ने आज मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के आवास का दौरा किया और फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से गहन तलाशी अभियान चलाया, दस्तावेजों की पड़ताल की और उसके करीबी लोगों से पूछताछ की। ठाकुर वहां शेल्टर होम चलाता था जो यौन कांड को लेकर आरोपों के घेरे में है। केंद्रीय जांच ब्यूरो के डीआईजी अभय कुमार के नेतृत्व में टीम सशस्त्र कमांडो के साथ मुजफ्फरपुर के साहू रोड स्थित ठाकुर के आवास पर पहुंची। वह अपने आवास पर शेल्टर होम और हिंदी दैनिक ‘प्रात: कमल’ चलाता था।
परिसर में घुसने के बाद कमांडो ने अंदर से मुख्य दरवाजा बंद कर दिया जिससे मीडिया और आसपास मौजूद लोग अंदर नहीं घुस पाए। समझा जाता है कि सीबीआई की टीम ने सील खोलकर शेल्टर होम की जांच की और दस्तावेजों एवं अन्य सामग्री को इकट्ठा किया। समझा जाता है कि सीबीआई की टीम ने ठाकुर के बेटे राहुल आनंद से भी पूछताछ की जिनके नाम से हिंदी दैनिक पंजीकृत है और वह अखबार का संपादक है।
फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ सीबीआई की टीम ने घर के पीछे की जगह की भी जांच की जिसकी पिछले महीने पुलिस ने खुदाई की थी। शेल्टर होम में रहने वाली लड़कियों ने आरोप लगाए थे कि कुछ वर्ष पहले कर्मचारियों ने एक लड़की को पीट-पीट कर मार डाला था और उसके शव को घर के पिछले हिस्से में दफना दिया था जिसके बाद पुलिस ने वहां खुदाई की थी।
दिन भर चली खुदाई में कुछ भी असंगत नहीं पाया गया और आठ फुट गहरे गड्ढे को फिर से भर दिया गया। बहरहाल, सीबीआई दूसरा रूख अपना सकती है क्योंकि वहां भारी मशीनें मंगाई गई हैं। बिहार सरकार ने गैर सरकारी संगठन सेवा संकल्प एवं विकास समिति के पंजीकरण को रद्द कर दिया है जो निराश्रित लड़कियों के लिए शेल्टर होम चलाता था। (भाषा)