नई दिल्ली: आज मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व ईद है लेकिन हर साल की तरह कोरोना काल में मन रहा ईद का ये पर्व थोड़ा जुदा है। आज ईद की नमाज के लिए मस्जिदें नहीं खुली हैं। लोग अपने अपने घरों पर ही नमाज पढ़ रहे हैं।
आमतौर पर ईद पर लोग एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं लेकिन आज लोग दूर से ही ईद मुबारक कहेंगे। दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद का दरवाजा भी बंद है और बाहर दिल्ली पुलिस के जवानों का कड़ा पहरा है।
वहीं अयोध्या में ईद मिलाप का अलग ही रंग देखने को मिला। राम मंदिर मामले से जुड़े महंत धर्मदास बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी के घर पहुंचे और उन्हें ईद की बधाई दी।
इस मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया। दोनों ने ही इस मौके पर लोगों से मिलजुल कर रहने और कोरोना से मुकाबला करने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देशवासियों को को ईद की शुभकामनाएं दी और उम्मीद जताई कि यह विशेष पर्व करुणा और सौहार्द की भावना को आगे बढ़ाएगा। मोदी ने कहा,‘‘ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं। यह विशेष पर्व करुणा, भाईचारे और सौहार्द की भावना को आगे बढ़ाए। सभी स्वस्थ और समृद्ध हों।"