बेंगलुरु: बेंगलुरु में करीब 3 सप्ताह पहले एक महिला की रहस्यमई हालात में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बेंगलुरु एयरपोर्ट के पास 31 जुलाई को एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिला था। पुलिस ने हत्या के आरोप में कैब ड्राइवर नागेश को गिरफ्तार कर लिया है। नागेश ने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया है। बता दें कि 31 जुलाई को पश्चिम बंगाल की रहने वाली 30 साल की पूजा सिंह डे का शव बेंगलुरु एयरपोर्ट के पास एक सुनसान इलाके से मिला था।
जांच में पता चला कि पूजा सिंह मॉडलिंग करती थी और इवेंट मैनेजमेंट का काम देखती थी। कोलकाता की रहने वाली पूजा सिंह 30 जुलाई को बेंगलुरु आई थी। मीटिंग के बाद उन्होंने ऑनलाइन कैब ऑपरेटर के जरिए अपने होटल जाने के लिए कैब बुक की थी, जिसका ड्राइवर नागेश था। अपने होटल पहुंचने के बाद पूजा ने नागेश से कहा कि अगले दिन सुबह 4 बजे उनकी दिल्ली की फ्लाइट है क्या वह उन्हें ड्राप कर सकता है।
पूजा द्वारा बिना ऑनलाइन कैब बुक किए नागेश से सीधे संपर्क किए जाने पर नागेश को लगा कि वह पूजा को लूट सकता है और पकड़ा भी नहीं जाएगा। इसीलिए उसने पूजा को लूटने का प्लान बनाया। अगले दिन सुबह 4 बजे नागेश पूजा को पिक करने उनके होटल पहुंचा और वहां से एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया। नागेश ने पुलिस को बताया कि पूजा दिखने में काफी अमीर लग रही थी इसीलिए उसने सोचा कि पूजा के पास बहुत सारे पैसे होंगे।
एयरपोर्ट जाने के रास्ते में दोड्डजाला इलाके के पास नागेश ने अपनी गाड़ी रोकी तब पूजा पीछे की सीट पर सो रही थी। नागेश ने पहले जैक रोड से पूजा के सिर पर वार किया। अब पूजा अचेत हो गई थी तो नागेश कार को ज्यादा सुनसान इलाके में लेकर गया और पूजा के साथ लूटपाट की कोशिश की। इस बीच पूजा को होश आ गया और वह मदद के लिए चिल्लाने लगी, जिससे नागेश डर गया। जैसे ही पूजा वहां से भागने की कोशिश करने लगी नागेश ने चाकू निकालकर पहले पूजा की कमर पर वार किया और फिर चाकू से 22 वार कर पूजा की हत्या कर दी।
पकड़े जाने के डर से नागेश ने एक बड़ा पत्थर लेकर पूजा के चेहरे को बिगाड़ दिया ताकि शव की शिनाख्त ना हो पाए। जैसे ही पुलिस को इस वारदात की सूचना मिली तो पुलिस ने मौके से पूजा के शव को बरामद किया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन, पूजा का चेहरा पहचाना नहीं जा रहा था, जिससे पुलिस को इस हत्या के मामले को सुलझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन, फिर पुलिस ने पूजा की जींस और टीशर्ट के जरिए अपनी पड़ताल शुरू की।
पिछले 2 साल में शॉपिंग मॉल्स और ऑनलाइन उस ब्रांड और उस साइज के कपड़े जिन भी लोगों ने खरीदे थे, उनकी लिस्ट मंगवाई गई। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को इस बात का अंदाजा हो गया कि पूजा स्थानीय निवासी नहीं है, वह पश्चिम बंगाल की रहने वाली है इसीलिए दो टीमों को पश्चिम बंगाल भी भेजा गया। पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई कि कोलकाता के न्यू टाउन पुलिस स्टेशन में मिसिंग का एक मामला दर्ज है। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि यह सूचना बेंगलुरु में मिले अज्ञात शव से मेल खाती है।
दरअसल, बीपीओ में काम कर रही पूजा के पति ने कोलकाता न्यू टाउन पुलिस स्टेशन में अपनी पत्नी के मिसिंग होने की कंप्लेंट दर्ज करवाई थी। अपनी कंप्लेन में पूजा के पति सुदीप डे ने कहा कि 31 जुलाई से पूजा का फोन स्विच ऑफ आ रहा था इसलिए उनकी चिंता बढ़ गई थी उन्होंने पूजा को कई सारे मैसेज भी भेजे थे। 2 दिन बाद मैसेज का रिप्लाई आया, जिसमें कहा गया था कि पूजा ठीक है लेकिन उसके पास पैसे कम पड़ गए हैं इसलिए उसके अकाउंट में कुछ पैसे डाले जाएं। जिस तरह की इंग्लिश मैसेज में लिखी हुई थी उससे सुदीप को शक हो गया और उन्होंने पुलिस की मदद ली।
बेंगलुरु पुलिस की टीम जब कोलकाता पहुंची तो वहां से मैसेज भेजने वाले नागेश का सुराग पुलिस को मिला। पुलिस ने बेंगलुरु में पड़ताल शुरू की। 2 दिनों में पूजा कहां-कहां गई, किन-किन लोगों से उन्होंने मुलाकात की और एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए किस तरह के ट्रांसपोर्ट का पूजा ने इस्तेमाल किया, इन सब की छानबीन की गई तो पता चला की 30 जुलाई को पूजा ने नागेश की कैब का इस्तेमाल किया था और जो मैसेज पूजा के फोन से 2 दिन बाद भेजा गया था उसका लोकेशन और नागेश के घर का लोकेशन एक ही था, जिसके बाद पुलिस ने नागेश को गिरफ्तार कर लिया।
नागेश ने पुलिस को बताया कि लूटपाट के इरादे से उसने पूजा पर हमला किया था लेकिन पूजा को वापस होश आ गया तो डर के मारे उसने पूजा का मर्डर कर दिया। हालांकि, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि हत्या सिर्फ लूटपाट के इरादे से की गई है या फिर इसमें और कोई दूसरी वजह भी है। फिलहाल, नागेश को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।