नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान का कहर बढ़ता जा रहा है लेकिन हिंदुस्तान में एक तबका ऐसा है जो उसकी शान में कसीदे पढ़ रहा है। इस लिस्ट में नया नाम मशहूर शायर मुनव्वर राणा का है। मुनव्वर राणा ने दावा किया है कि भारत को तालिबान से खतरा नहीं है। मुनव्वर राणा का कहना है कि जितनी क्रूरता अफगानिस्तान में है, उससे ज्यादा क्रूरता तो हमारे यहां पर ही है। पहले रामराज था, लेकिन अब कामराज है। अगर राम से काम है तो ठीक वरना कुछ नहीं।
मुनव्वर राणा ने कहा, ''वहां तालिबान आ गया होगा उससे हमें क्या लेना होगा लेकिन ये है कि 950 वर्ष की जो तारीख है उसमें अफगानी ने कभी हिंदुस्तान के साथ बेवफाई नहीं की चाहे उनकी कोई भी शक्ल रही हो। चाहे अफगानी रही हो, चाहे तालिबानी रही हो। उन्होंने कभी भी हिंदुस्तान को नुकसान नहीं पहुंचाया, हिंदुस्तान को अफगानी से या तालिबानी से डरने की जरूरत नहीं है।'' आगे उन्होंने कहा, ''इतने हंगामें हुए इसके बावजूद कभी भी किसी अफगानी या तालिबानी ने न हिंदुस्तान को डराया न पीटा। पिछले 20 वर्ष का जो समय गुजरा है उसमें उनको अंदाजा हो गया, इसमें उन्होंने अपने कितने खोए होंगे।''
राणा ने कहा, ''तालिबानी तो वहां तब पैदा हुए जब रूस ने अफगानिस्तान को तबाह कर दिया, उसके बाद वहां नई नस्ल पैदा हुई जिसका नाम तालिबानी हो गया। अमेरिकियों के लिए दूसरों की जान चींटी को मारने जैसा है, अगर तालिबान आ जाते हैं या जो भी है उससे हिंदुस्तान को कोई खतरा नहीं है। पहले तालिबान ने बहुत जुल्म किए, बहुत नुकसान पहुंचाया, किसी के हाथ काट दिए किसी के पैर काटे, लेकिन पिछले 20 सालों में सिर्फ इन्हीं को नुकसान हुआ।''
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मोहम्मद मुकर्रम ने दावा किया था कि अमेरिका ने तालिबान को टेररिस्ट लिस्ट से निकाल दिया है ऐसे में उसकी तारीफ टेररिज्म की तारीफ नहीं हो सकती। मुकर्रम ने तो यहां तक दावा कर दिया था कि भारत ने भी मुल्ला बरादर समेत तालिबानी नेताओं को इजाजत दे दी है।