मुंबई: मुंबई में सोमवार सुबह भारी बारिश हुई और इसके बाद शहर में कई स्थानों पर पानी भर गया जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम भी हुआ और ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा। हालांकि निकाय प्रशासन जगह-जगह जल भरने की जिम्मेदारी नहीं लेना चाह रहे हैं। नगरपालिका आयुक्त प्रवीण परदेशी ने बताया कि दो दिनों में 540 मिमी बारिश हुई जो पिछले एक दशक में दो दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है। उन्होंने बाढ़ की स्थिति के पीछे जलवायु परिवर्तन और भौगोलिक घटना को जिम्मेदार ठहराया।
मुंबई के महापौर विश्वनाथ महादेश्वर ने बताया कि कुछ इलाकों में जमभराव है लेकिन यह कहना गलत होगा कि भारी बारिश के बाद ‘बाढ़’ जैसी स्थिति है। मौसम विभाग ने आसपास के इलाकों ठाणे और पालघर में दो, चार और पांच जुलाई को ‘बेहद भारी बारिश’ की आशंका जाहिर की है। मुंबई में कुछ स्थानों पर सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश हो सकती है।
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने बताया कि मुंबई में तीन जुलाई से पांच जुलाई के बीच ‘बाढ़ का गंभीर खतरा’ है । इस दौरान 200 मिमी या इससे ज्यादा बारिश हर दिन होगी, जो कि आम जनजीवन में बाधा पहुंचाएगी। निकाय अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को रात 10 बजकर 54 मिनट पर 3.84 मीटर तक ऊंची लहरें उठेंगी। उन्होंने लोगों से इस दौरान समुद्र के निकट नहीं जाने की चेतावनी दी है। यह ऊंची लहरें पृथ्वी और चांद के बीच गुरूत्वाकर्षण के खिंचाव की वजह से है। वेस्टर्न घाट सेक्शन के करजात और लोनावाला के बीच सोमवार को तड़के एक मालवाहक ट्रेन पटरी से उतर गई जिससे पुणे और पश्चिमी महाराष्ट्र की ओर जाने वाली लंबी दूरी की कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ।