नई दिल्ली: मौसम विभाग ने मुंबई के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी, जिसके बाद यहां लगातार तेज बारिश जारी है। सोमवार को बारिश के कारण जगह-जगह पानी भरने और भारी ट्रैफिक जाम से मुंबई के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रविवार को मौसम विभाग ने बहुत तेज बारिश की चेतावनी जारी की थी, जिसके बाद आज रायगढ़, ठाणे, पालघर और अन्य क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है।
मुंबई रेन लाइव अपडेट
01:51 pm: महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में जारी है तेज बारिश, पिछले 24 घंटों में सांताक्रूज में 122 मिमी, कोलाबा 171 मिमी, दहानू 354 मिमी और ठाणे में 156 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
01:45 pm: महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री का ऐलान भारी बारिश के चलते मुंबई में स्कूल, कॉलेज रहेंगे बंद
01:38 pm:
12:36 pm: महाराष्ट्र में काफी समय से जारी बारिश के कारण अमरावती, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली, गोंडिया, नागपुर, वर्धा और यवतमाल में बाढ़ की स्थिती बन सकती है।
12:30 pm: मुंबई में सांताक्रूज में पिछले तीन घंटों में सुबह 8:30 से 11:30 के बीच 40 मिमी बारिश दर्ज की गई।
12:25 pm: हिंदमाता में जारी बारिश के कारण सड़कें हुई जलमग्न, पानी घुटनों से ऊपर बह रहा है।
12:15 pm: स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों में कोंकण, गोवा और विदर्भ में तेज बारिश हो सकती है। मुंबई में हो रही बहुत तेज बारिश अभी जारी रहेगी।
कल रात से जारी बारिश के कारण नालासोपारा में सड़कों पर पानी भर गया है। ट्रेक पर पानी भरने के कारण नालासोपारा में लोकल ट्रेनों की गति को सीमित कर दिया गया है। कई ट्रेनें भी रद्द की गई है, जबकि कुछ देरी से भी चल रही है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को भी बारिश जारी रहेगी।
बारिश के कारण शनिवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई। ठाणे, रायगढ़ और पालघर में भी लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कम से कम तीन सिग्नल के खंबों के टुटने से लम्बी दूरी की ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है। पालघर, बोइसर, दहानू, सफाले, विरार, वसई, कल्याण, अंबरानाथ, बदलापुर, विद्याविहार, भिवंडी, उल्हासनगर, कर्जत और पीली में बाढ़ और बहुत ज्यादा पानी जमा होने के कारण ट्रैफिक थम गया है।
काफी व्यस्त रहने वाला मुंबई-गोवा हाईवे 3 घंटे तक भूस्खलन और पेड़ गिरने के बंद हो गया, जिससे कई किलोमीटर का जाम लग गया। सावित्री नदी समेत राज्य के पश्चिमी और तटीय हिस्सों में बड़ी और छोटी नदियों में से अधिकांश में पानी खतरे के निशान से उपर बह रहा है जिस कारण आसपास के इलाकों में पानी भर गया है।