मुंबई: मुंबई में सीएसटी स्टेशन के पास फुटओवर ब्रिज गिरने से मलबे में दबकर 3 महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 36 लोगों के घायल हो गए। इस मामले में रेलवे और बीएमसी अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। यह फुटओवर ब्रिज सीएसटी स्टेशन से टाइम्स ऑफ इंडिया की बिल्डिंग को जोड़ता है जिसे बीटी लेन कहते हैं। इस फुट ओवर ब्रिज पर काफी भीड़ रहती है। शाम होने की वजह से इस फुट ओवर ब्रिज पर भीड़ ज्यादा थी। अचानक यह पुल भरभरा कर नीचे गिर पड़ा। यह फुट ओवरब्रिज करीब 40 साल पुराना था। सरकार की तरफ से मुआवजे का ऐलान किया गया है। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये जबकि घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है। मुंबई पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है।
जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त इस पुल के नीचे से भी कई गाड़ियां गुजर रही थी और लोग पैदल जा रहे थे। यह फुटओवर ब्रिज सीएसटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक को टाइम्स ऑफ इंडिया की बिल्डिंग के सामने से जोड़ता है। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव का काम किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'मुंबई में टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग के पास हुए फुटओवर ब्रिज के एक हिस्सा गिरने की खबर से बहुत दुखी हूं। बीएमसी और स्थानीय प्रशासन को हर संभव सहायता के लिए निर्देश दिया है।' फडणवीस ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल इस पुल का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया गया था जिसमें इसकी माइनर रिपेयर की बात कही गई थी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे की ख़बर से मुझे बेहद दुःख हुआ है। मृतकों के परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूँ। जो घायल हैं उन्हें जल्द से जल्द राहत मिले मेरी ये प्रार्थना है।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि मुंबई ब्रिज हादसे के बारे में सुनकर दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने कहा, ''आशा करता हूं कि प्रशासन त्वरित कदम उठाएगा और घायलों को तत्काल चिकित्सा मदद मुहैया कराएगा।'' उन्होंने हाल के कुछ वर्षो में फुटओवर पुलों के ढहने की घटनाओं का हवाला देते हुए आरोप लगाया, ''बार बार हो रहे इस तरह के हादसों के लिए मोदी सरकार और महाराष्ट्र सरकार जिम्मेदार है।''
सुरजेवाला ने कहा, '' ऑडिट से जुड़े रेल मंत्री के बड़े बड़े दावे बार बार गलत साबित हुए हैं। पीयूष गोयल को इस्तीफा देना चाहिए या फिर उन्हें बर्खास्त किया जाए।''