मुंबई: देश के भीतर कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से आए हैं। देश के कुल कोरोना वायरस मामलों में लगभग 20 प्रतिशत मामले अकेले महाराष्ट्र से ही आए हैं। यहां मंगलवार की शाम तक कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1018 हो गई। यह चिंता का विषय है लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता करने वाले आंकड़े महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के हैं।
दरअसल, राज्य के भीतर मुंबई में सबसे ज्यादा मामले हैं और यहां मरने वालों की संख्या, ठीक होने वालों से ज्यादा है। मंगलवार शाम तक मुंबई में वायरस से संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 590 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 'आज मुंबई में छह लोगों की मौत हुई है।' ऐसे में शहर में मरने वालों की संख्या 40 हो गई।
इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मंगलवार सुबह तक मुंबई में कोरोना वायरस की वजह से 34 लोगों के मरने जबकि 30 लोगों के ठीक होने की जानकारी थी लेकिन रात होते-होते शहर में छह और लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई और अब यह आंकड़ा 40 हो गया। यह बहुत चिंता पैदा करने वाला है।
वहीं, अगर पूरे राज्य की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में अभी तक वायरस संक्रमण से कुल 64 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 से 12 और लोगों की मौत हुई है, मरने वालों की संख्या 64 पहुंच गयी है।’’उन्होंने बताया कि 12 में से छह लोगों की मौत मुंबई में हुई है जबकि पुणे में तीन, नागपुर, सतारा और मीरा-भयंदर मे एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘जिन 12 लोगों की मौत हुई है, उनमें से सिर्फ सतारा का व्यक्ति अमेरिकी की यात्रा पर गया था, अन्य 11 विदेश यात्रा पर नहीं गए थे। ज्यादातर लोगों को उच्च रक्तचाप और मधुमेह की समस्या थी।’’ बता दें कि देश के कुल कोरोना वायरस मामलों में लगभग 20 प्रतिशत अकेले महाराष्ट्र से ही आए हैं।