नई दिल्ली: भारत-रूस शिखर सम्मेलन के इतर रेल मंत्रालय और संयुक्त उद्यम कंपनी रूसी रेलवे के बीच शुक्रवार को सहयोग के एक इकरारनामे (एमओसी) पर दस्तखत किए गए। रेल मंत्रालय से जारी एक बयान के अनुसार 24 दिसंबर 2015 को भारत और रूस के बीच सहमति पत्र पर दस्तखत हुए थे एमओसी में उसकी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का प्रावधान किया गया है।
इनमें नागपुर-सिकंदाबाद रेलखंड में गति-उन्नयन परियोजना का कार्यान्वयन, स्थानीय स्तर पर मिश्रित यातायात के प्रबंधन के लिए एक एकल यातायात-नियंत्रण केन्द्र की स्थापना, फ्रेट कार्गो संचालन के श्रेष्ठ तरीके, बहुत-आयामी स्थानकों (एमएमटी) का विकास, दोनों देशों की बेहतरीन प्रौद्योगिकियों का आदान-प्रदान शामिल हैं।
इनमें रूसी रेलवे की उच्च शिक्षा प्रतिष्ठानों की शिरकत से भारतीय रेल के कर्मियों का प्रशिक्षण एवं उन्नत योग्यता सुधार भी शामिल है। सहयोग के इकरारनामे पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी और रूसी रेलवे के कार्यकारी अधिकारी एवं अध्यक्ष ओलेग बेलोजेरोव ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर परिवहन शिक्षा में सहयोग के लिए रेल मंत्रालय और रूस के परिवहन मंत्रालय के बीच एक सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत रूस के परिवहन विश्वविद्यालय और वडोदरा के राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान के बीच संयुक्त रूप से शैक्षिक परिवहन गोष्ठियां की जाएंगी। सहमति पत्र पर लोहानी और भारत में रूस के राजदूत निकोलै रिशातोविच कुदाशेव ने दस्तखत किए।