जयपुर: राजस्थान में बढ़ते शिशु मृत्युदर को कम करने के लिए 'मदर मिल्क बैंक' नाम की योजना शुरू की गई थी। सरकार की रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह योजना बेहद कामयाब रही है और इसकी वजह से प्रदेश के हजारों बच्चों को फायदा पहुंचा है। आपको बता दें कि राजस्थान में इस योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ब्लड बैंक की तर्ज पर की थी। इसके बाद राज्य के कई जिलों में 'मदर मिल्क बैंक' की स्थापना हुई जहां माताएं अपना दूध जमा करती हैं और कुपोषित बच्चों को इसका लाभ मिलता है।
राजस्थान सरकार के मुताबिक, मदर मिल्क बैंक में अभी तक 84 लाख मि. ली. दूध इकट्ठा किया गया है, जिससे कम से कम 26,000 बच्चों को लाभ पहुंचा है। इस योजना के लॉन्च होने के बाद प्रदेश में कुपोषित बच्चों की हालत में उल्लेखनीय सुधार आने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रदेश की महिलाएं भी इस परोपकारी काम में मदद कर रही हैं, और हजारों कुपोषित बच्चों को जीवनदान दे रही हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना में महिलाओं को हिस्सा लेने के लिए नर्सिंग कर्मी और चिकित्सा के क्षेत्र मे काम कर रही संस्थाएं प्रेरित करती हैं, और इसका काफी अच्छा असर देखने को मिल रहा है। योजना के लॉन्च होने के बाद से दुग्धदान करने वाली महिलाओं की तादाद में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हुई है, और इसके आगे और भी ज्यादा सफल होने की उम्मीद जताई जा रही है।