नई दिल्ली: मोदी सरकार के अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कश्मीर के हालात बहुत तेज़ी से सामान्य हो रहे हैं। आज जम्मू में सारे स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं। डोडा, सांबा और उधमपुर में पहले ही स्कूल खुल चुके हैं। कल कश्मीर घाटी में जुमे की नमाज़ के लिए लोग निकले थे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया है कि कश्मीर में 10 हज़ार से ज्यादा कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। साथ ही 1600 कर्मचारियों को ज़रूरी सेवाओं के लिए स्पेशल ड्यूटी पर लगाया गया है।
राज्यपाल के मुताबिक श्रीनगर और आसपास के इलाकों में ज्यादातर एटीएम काम करने लगे हैं। साथ ही डेली वेजेज़ पर काम करने वालों की एडवांस सेलरी जारी कर दी गई है। इस बीच ईद के मद्देनज़र प्रशासन ने खाने-पीने से लेकर तमाम ज़रूरी चीजों की सप्लाई लोगों तक पहुंचाने की हर मुमकिन कोशिशें तेज़ कर दी है।
श्रीनगर में भी हालात पिछले पांच दिन से बेहतर हुए हैं। श्रीनगर समेत पूरे जम्मू और कश्मीर में मस्जिदों में जुमे की नमाज अता की गई। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली। इसके लिये धारा 144 में ढील दी गई थी। अजीत डोवल ने ईदगाह इलाके में तैनात सिक्योरिटी फोर्स के जवानों और स्थानीय लोगों से बातचीत की, फिर सीआरपीएफ जवानों के साथ लंच किया।
अजीत डोवल ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भी मुलाकात की है। उन्होंने राज्यपाल के साथ राज्य के हालात पर चर्चा की। सरकार की कोशिश ये है कि ईद का त्योहार पूरे जम्मू कश्मीर में अमन चैन के साथ मनाया जा सके। राज्यपाल के जारी बयान के मुताबिक कश्मीर में 10 हज़ार कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात है। 1600 कर्मचारी बिजली, पानी और सफाई के काम में जुटे हैं।
उनके अनुसार ज़्यादातर बैंक और एटीएम चालू हैं और अस्पताल भी पहले की तरह काम करना शुरू कर चुके हैं। दैनिक वेतन भोगियों को अगस्त का अग्रिम वेतन जारी किया गया है। राज्य में राशन का दो महीने का स्टॉक है। वहीं पेट्रोल, डीजल और नियमित आपूर्ति का पर्याप्त भंडार है। ईद के लिये बाज़ार और मंडियों में सामान उपलब्ध है। 2 लाख 50 हज़ार भेड़-बकरियों और 30 लाख मुर्गे की व्यवस्था की गई है।