बेंगलुरू: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग की सारी तैयार हो चुकी है। राज्य की 222 सीटों पर वोट डाले जाने है। पिछले पांच सालों से राज्य का सत्ता संभाल रही कांग्रेस का सीधा सामना यहां बीजेपी और जनता दल (एस) के बीच सीधा मुकाबला है। 224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में 222 सीटों के लिए एक चरण में 12 मई को वोट डाले जाने हैं साथ ही 15 को चुनाव आयोग इन सभी 222 सीटों के लिए नतीजों की घोषणा करेगा। बंगलुरू जयनगर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार बीएन विजयकुमार के देहांत के बाद इस सीट पर चुनाव टाल दिए गए हैं। गुरूवार शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई है। इस चुनाव में करीब 2 हजार 6 सौ उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आपको बताते हैं इन उम्मीदवारों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य...
करोड़पति और अपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों की है इस बार भरमार
विधानसभा चुनाव में कुल 2,654 उम्मीदवार आमने-सामने हैं, जिनमें से 883 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि 645 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस चुनाव में 883 (35 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनकी औसत संपत्ति 7.54 करोड़ रुपये हैं। 645 उम्मीदवारों में से 254 पर गंभीर आपराधिक मामले और 391 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा के 223 में से 208 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है, जो चुनाव लड़ रही सभी पार्टियों में सर्वाधिक है। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के 220 में से 207 उम्मीदवार, जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) के 199 उम्मीदवार और 1,090 में से 199 निर्दलीय उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है।
भाजपा के उम्मीदवारों पर ही अपराध के सर्वाधिक मामले दर्ज हैं। कुल 223 उम्मीदवारों में से 83 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 58 के खिलाफ हत्या सहित गंभीर मामले दर्ज हैं।सत्तारूढ़ कांग्रेस के 220 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, जिसमें से 59 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 32 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।जेडी-एस के 199 उम्मीदवारों में से 41 पर आपराधिक मामले हैं जबकि 29 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुल 1,090 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 108 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 70 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
और अमीर हुए हैं मौजूदा विधायक
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में दोबारा चुनाव लड़ रहे 184 विधायकों की संपत्ति में 2013 में हुए विधानसभा चुनाव से लेकर अबतक 64 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इन विधायकों द्वारा दाखिल शपथ पत्र से ये जानकारी मिली। इनमें से पांच सबसे अमीर विधायक सत्तारूढ़ कांग्रेस के हैं, जिनकी संपत्ति में 2013 विधानसभा चुनाव के बाद 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की वृद्धि हुई है। स्वतंत्र उम्मीदवार समेत विभिन्न पार्टियों से दोबारा चुनाव लड़ रहे इन 184 विधायकों की औसत संपत्ति 2013 में 26.92 करोड़ थी, जो कि अब 44.24 करोड़ रुपये हो गई है।
इस तरह इन विधायकों की औसत संपत्ति में 17.31 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। पांच विधायक जिनकी संपत्ति में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है, वे डी.के. शिवकुमार, एन. नागराजु, शामानूर शिवशंकरप्पा, प्रियकृष्ण और देशपांडे रघुनाथ विश्वनाथ हैं। सभी विधायक कांग्रेस के हैं। कांग्रेस से दोबारा चुनाव लड़ रहे 108 प्रत्याशियों की संपत्ति में 2013 के मुकाबले 66 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं भाजपा के दोबारा चुनाव लड़ रहे 49 प्रत्याशियों की संपत्ति में 65 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। जनता दल (सेकुलर) के दोबारा चुनाव लड़ रहे 24 प्रत्याशियों की संपत्ति में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।