चंडीगढ़: कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन (बंद) के दौरान पंजाब में फंसे विदेशियों और प्रवासी भारतीयों सहित 800 से अधिक लोगों को उनके देशों में वापस भेज दिया गया है। शनिवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि 31 मार्च से नौ अप्रैल के बीच 825 लोगों को केंद्र सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया के मुताबिक अलग-अलग देशों में भेजने की व्यवस्था की गई।
मानक स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के मुताबिक, जिन लोगों में कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं उन्हें ही राज्य से बाहर जाने की अनुमति दी जा रही है और जिन लोगों में लक्षण हैं उनका दिशानिर्देशों के अनुसार इलाज कराया जा रहा है। इसमें बताया गया कि किसी विदेशी नागरिक के ठहरने के स्थान से उसके प्रस्थान बिंदु तक यातायात की व्यवस्था संबंधित विदेशी सरकार का स्थानीय दूतावास या महावाणिज्य दूतावास कर रहा है।
इसके अलावा विदेशी नागरिकों को ले जाने के लिए वाहन की आवाजाही का पास राज्य सरकार या वह संघ शासित क्षेत्र कर रहा है, जहां वे विदेशी नागरिक ठहरे हुए हैं। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बयान जारी कर कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की समिति विदेशी नागरिकों और प्रवासी भारतीयों के विभिन्न देशों में लौटने में सहयोग कर रही है।
बयान के मुताबिक पंजाब में फंसे विभिन्न देशों के जिन लोगों को भेजा गया है उनमें 170 कनाड़ा के, 273 अमेरिका के और 57 सिंगापुर के हैं।