Wednesday, November 06, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. जम्मू-कश्मीर में साल 2017 में 200 से ज्यादा आतंकी मारे गए, 2010 के बाद संख्या सबसे अधिक

जम्मू-कश्मीर में साल 2017 में 200 से ज्यादा आतंकी मारे गए, 2010 के बाद संख्या सबसे अधिक

आधिकारिक आकड़ों के अनुसार इस वर्ष एक जनवरी से आज तक सुरक्षाबलों के आतंकवाद-रोधी अभियानों के दौरान 200 आतंकवादी मारे गये। यह संख्या वर्ष 2010 के बाद से सबसे अधिक है....

Reported by: Bhasha
Updated on: November 30, 2017 17:15 IST
kashmir- India TV Hindi
kashmir

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में सात साल में पहली बार आतंकवाद-रोधी अभियानों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या 200 को पार कर गई है। राज्य पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस महानिदेशक (DGP) एस पी वैद्य ने ट्वीट किया, ‘‘जम्मू कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना, सीआरपीएफइंडिया, सीएपीएफ और कश्मीर के लोगों के सामूहिक प्रयासों से वर्ष 2017 में 200 से अधिक आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।’’

अधिकारियों ने यहां बताया कि कश्मीर के बड़गाम और बारामुला जिलों में सुरक्षा बलों के साथ हुई दो मुठभेड़ों में पांच आतंकवादियों के मारे जाने के एक दिन बाद डीजीपी का यह ट्वीट आया है। डीजीपी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर और हमारे देश में शांति और स्थिरता का माहौल बनाने के लिए यह एक बड़ी बात है।’’

आधिकारिक आकड़ों के अनुसार इस वर्ष एक जनवरी से आज तक सुरक्षाबलों के आतंकवाद-रोधी अभियानों के दौरान 200 आतंकवादी मारे गये। यह संख्या वर्ष 2010 के बाद से सबसे अधिक है। वर्ष 2010 में 270 आतंकवादी मारे गए थे। हालांकि वर्ष 2015 के अंत तक यह संख्या प्रतिवर्ष लगभग 100 तक गिर गई थी।

साल 2016 में नियंत्रण रेखा (LOC) और आंतरिक इलाकों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 165 आतंकवादी मारे गए थे। इसके साथ ही आतंकवाद से संबंधित हिंसा की घटनाओं में नागरिकों के मारे जाने की संख्या बढ़ी है और इस वर्ष ऐसी घटनाओं में 54 नागरिक मारे गये हैं। पिछले वर्ष यह संख्या 14 थी।

इस वर्ष आतंकवादी घटनाओं में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों की संख्या 77 है। पिछले वर्ष यह संख्या 88 थी।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement