तिरुवनंतपुरम/अहमदाबाद: केरल, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में बाढ़ कहर बनकर टूटी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है तथा भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन से 125 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। महाराष्ट्र की बात करें तो यहां चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि गुजरात में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 22 लोगों की जान चली गयी। महाराष्ट्र में बाढ़ की वजह से अबतक 27 लोगों की मौत होने की बात सामने आ रही है।
केरल के CM ने कहा, बाढ़ से 57 लोगों की मौत
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि 8 अगस्त से राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में 57 लोगों की जान चली गई जबकि 8 जिलों में 80 भूस्खलन हुए हैं। मलप्पुरम के कावलप्परा और वायनाड के मेप्पाडी केपुथुमला में बड़े भूस्खलनों के बाद कई लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने वायनाड, कन्नौर और कसारगोड जिलों में वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वह अपने बाढ़ प्रभावित निर्वाचन क्षेत्र वायनाड 11 अगस्त को जाएंगे। बाढ़ के चलते दक्षिण रेलवे ने शनिवार को 23 ट्रेनें पूर्णरूपेण और 5 ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दीं।
कर्नाटक ने मांगी 3 हजार करोड़ रुपये की मदद
कर्नाटक में बाढ़ की स्थित और बिगड़ गई एवं वर्षा जनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 24 हो गई है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इसे 45 सालों में सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा करार दिया है। राज्य सरकार ने 6,000 करोड़ रूपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया है। येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र से 3,000 करोड़ रूपये की राहत मांगी है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सक्लेश्पुर में मरानाहल्ली के समीप कई भूस्खलन हुए। दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावती नदी के उफान पर होने के कारण पूरा पाणे मंगलुरू गांव जलमग्न हो गया।
अमित शाह करेंगे हवाई सर्वे
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक बेलागावी जिले में बाढ़ का जायजा लेने के लिए हवाई सर्वे करने वाले हैं। कर्नाटक सरकार ने आदेश जारी कर फसल, मृतकों, मवेशी और बुनियादी संरचना को हुए नुकसान के कारण 80 तालुका को बाढ़ प्रभावित घोषित किया है। बाढ़ प्रभावित तालुका बेलगावी, बागलकोट, रायचुर, कलबुर्गी, यादगीर, विजयपुरा, गडग, हावेरी, धावाड, शिवमोगा, चिकमंगलुरू, कोडागु, दक्षिण कन्नड़, उडूपी, उत्तरी कन्नड़ और मैसुरु जिलों में हैं।
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