नई दिल्ली। देश में इस साल मानसून सीजन में बरसात का 25 साल का रिकॉर्ट टूटा है, आधिकारिक तौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून सीजन (जून से सितंबर) खत्म हो गया है और इस साल मानसून सीजन में औसतन 110 प्रतिशत बरसात दर्ज की गई है। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काईमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत मुताबिक 1994 के बाद मानसून सीजन में इतनी ज्यादा बरसात देखने को मिली है। 1994 के मानसून सीजन के दौरान देश में 112.5 प्रतिशत बरसात दर्ज की गई थी।
36 में से 32 सब डिविजन में सामान्य या ज्यादा बरसात
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून (पहली जून से 30 सितंबर) सीजन के दौरान देशभर में औसतन 968.3 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देशभर में औसतन 880.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जाती है। यानि इस साल सामान्य के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक बरसात रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक देश के 36 सब डिविजन में से 20 सब डिविजन ऐसे हैं जहां मानसून सीजन के दौरान सामान्य बरसात दर्ज की गई है, 11 सब डिविजन में सामान्य से ज्यादा और 1 सब डिविजन में सामान्य से बहुत ज्यादा बरसात देखने को मिली है। हालांकि 4 सब डिविजन ऐसे हैं जहां पर सामान्य के मुकाबले कम बारिश हुई है।
मध्य भारत में हुई सबसे अधिक बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल सबसे अधिक मध्य भारत में सामान्य के मुकाबले 29 प्रतिशत ज्यादा बरसात देखने को मिली है, दक्षिणी प्रायद्वीप में भी सामान्य के मुकाबले 16 प्रतिशत ज्यादा पानी बरसा है। हालांकि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य के मुकाबले 12 प्रतिशत कम बरसात देखने को मिली है जबकि उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य के मुकाबले 2 प्रतिशत कम बरसात हुई है।
मध्य प्रदेश और गुजरात में इस साल सबसे ज्यादा बरसात
बड़े राज्यों में बरसात की बात करें तो इस साल मानसून सीजन के दौरान मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में सामान्य के मुकाबले बहुत ज्यादा बरसात हुई है। मध्य प्रदेश में सामान्य के मुकाबले 44 प्रतिशत अधिक, गुजरात में 43 प्रतिशत अधिक, राजस्थान में 40 प्रतिशत और महाराष्ट्र में सामान्य के मुकाबले 32 प्रतिशत ज्यादा बरसात दर्ज की गई है। इनके अलावा कर्नाटक और तमिलनाडू में भी सामान्य से बहुत ज्यादा बरसात दर्ज की गई है।
हरियाणा, दिल्ली में कम रही बारिश
हालांकि देशभर में अधिकतर जगहों पर सामान्य से बहुत ज्यादा बरसात के बावजूद कुछेक राज्य ऐसे हैं जहां पर सामान्य से कम बरसात हुई है और उनमें अधिकतर बड़े राज्य उत्तर पश्चिम भारत में हैं। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून सीजन के दौरान इस साल हरियाणा में सामान्य के मुकाबले 42 प्रतिशत कम, दिल्ली में 35 प्रतिशत कम, जम्मू-कश्मीर में 21 प्रतिशत कम, उत्तराखंड में 18 प्रतिशत कम, हिमाचल में 10 प्रतिशत कम, उत्तर प्रदेश में 9 प्रतिशत कम और पंजाब में सामान्य के मुकाबले 5 प्रतिशत कम बरसात हुई है।