नयी दिल्ली: मानसून अपनी निर्धारित सामान्य तिथि से 12 दिन पहले शुक्रवार को पूरे देश में पहुंच गया जिसके चलते देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। इस बीच, उत्तर प्रदेश और झारखंड में बिजली गिरने की घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपनी विशेष दैनिक मौसम रिपोर्ट में कहा, ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बाकी हिस्सों में आगे बढ़ गया है और यह आज 26 जून को पूरे देश में पहुंच गया।’’
विभाग ने कहा कि मानसून के पूरे देश में पहुंचने की सामान्य तारीख 8 जुलाई होती है। इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य तारीख से 12 दिन पहले पूरे देश में पहुंच गया है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ‘‘2013 के बाद, मानसून इस वर्ष इतनी तेजी से देश में छाया है।’’
2013 में मानसून 16 जून को पूरे देश में पहुंच गया था। उसी समय उत्तराखंड में भीषण बाढ़ भी आयी थी। विभाग ने शाम पांच बजे एक बुलेटिन में कहा कि बीते 24 घंटों के दौरान, उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर क्षोभमंडल के निचले स्तरों पर चक्रवाती परिसंचरण के साथ-साथ पश्चिम राजस्थान और पास के पंजाब और हरियाणा राज्यों में कई जगहों पर बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र जो पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा, और मध्य भारत के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिली। मानसून आमतौर पर एक जून को केरल पहुंचता है और इसे पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर पहुंचने में 45 दिन का समय लगता है जो कि देश में इसका आखिरी स्थान है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। विभाग ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने और बिजली गिरने की आशंका है। विभाग ने कहा कि इन मौसम पैटर्न के कारण, 26 से 27 जून को बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से अत्यंत भारी वर्षा होने की आशंका है।
28-29 जून को भी मूसलाधार बारिश की आशंका है। दक्षिण पश्चिम मानसून ने राजस्थान के सभी भागों में दस्तक दे दी है और विभिन्न स्थानों पर हल्की से भारी बारिश हुई। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक शिव गणेश के अनुसार तय पूर्वानुमान से एक दिन पहले 24 जून को मानसून ने राज्य में दस्तक दी थी। वह तीन दिन में ही राज्य के सभी 33 जिलों को कवर कर गया जबकि पूर्वानुमान यही था कि आठ जुलाई तक मानसून पूरे राज्य में फैलेगा। विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में पश्चिम राजस्थान में हल्की से भारी बारिश हुई। शुक्रवार सुबह तक जोधपुर के लोहावट में अधिकतम सात सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी। इसके अलावा अलवर, दौसा, भरतपुर, हनुमानगढ़, गंगानगर व नागौर जिले में भी अनेक जगहों पर अच्छी खासी बारिश हुई है।
शनिवार को राज्य के सभी संभागों उदयपुर, भरतपुर, कोटा, जयपुर, अजमेर, बीकानेर व जोधपुर में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने की विभिन्न घटनाओं में मृतकों की संख्या बढ़कर 30 हो गयी है। इस बीच प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से तेज बारिश हुयी। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया, ''बृहस्पतिवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने से मरने वालों का आंकड़ा 30 हो गया है ।’’
इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि आकाशीय बिजली की आपदा से सुरक्षित रहने के उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इस सम्बन्ध में बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी लोगों को पूर्व में बताई जाए। उन्होंने कहा है कि इन प्रयासों से दैवीय आपदा से होने वाली जनहानि को रोका जा सकेगा।
झारखंड के पलामू जिले में शुक्रवार को बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि चार में से एक की मौत उसके घर के बाहर हुई, जबकि दूसरे की जिले के छतरपुर में सड़क पर हुई। नवाडीह में, बिजली की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए, जब वे एक पेड़ के नीचे खड़े थे। पुलिस ने बताया कि एक अन्य व्यक्ति की मौत तब हो गई जब वह अपने मवेशियों को उसी क्षेत्र में चरा रहा था। पुलिस ने बताया कि घायलों को पास के स्वास्थ्य केंद्रों में ले जाया गया।
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हरियाणा और पंजाब के बाकी हिस्सों में भी मानसून के दस्तक देने के बाद शुक्रवार को दोनों राज्यों में तापमान सामान्य से नीचे चला गया। हालांकि दोनों राज्यों में मौसम केंद्रों ने बारिश दर्ज नहीं की। मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे है। हरियाणा के नारनौल में अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस कम है।
हिसार में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। करनाल में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अंबाला में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के पटियाला में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं लुधियाना में भी इसी तरह अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है।