नई दिल्ली। मानसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान इस साल देश में सामान्य के मुकाबले कुछ कम बरसात होने का अनुमान है। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने बुधवार को यह अनुमान जारी किया है। स्काइमेट वेदर के मैनेजिंग डायरेक्टर जतिन सिंह के मुताबिक प्रशांत महासागर में तापामान में हुई बढ़ोतरी की वजह से इस बार अल-नीनों की संभावना अधिक है।
जतिन सिंह के मुताबिक अप्रैल से मई के दौरान अल-नीनों की संभावना 80 प्रतिशत और जून से अगस्त के दौरान संभावना 60 प्रतिशत है।
स्काइमेट वेदर के मुताबिक इस साल सामान्य से बहुत ज्यादा यानि 110% से अधिक बरसात की जरा भी संभावना नहीं है, सामान्य से ज्यादा (105%-110%) बरसात की संभावना भी नहीं है, जबकि सिर्फ 30 प्रतिशत संभावना सामान्य (96%-104%) बरसात की है, 55 प्रतिशत संभावना सामान्य से कम (90%-95%) बरसात की है और 15 प्रतिशत संभावना सूखे (90% से कम बरसात) की है।
स्काइमेट के मुताबिक इस साल जून के दौरान सामान्य के मुकाबले सिर्फ 77 प्रतिशत, जूलाई के दौरान 91 प्रतिशत, अगस्त के दौरान 102 प्रतिशत और सितंबर के दौरान 99 प्रतिशत बरसात होने के आसार हैं। कुल मिलाकर जून का महीने में इस साल बहुत कम बरसात का अनुमान जारी किया गया है।