नई दिल्ली. देश में मानसून का आगमन हो चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने केरल में मानसून के पहुंचने की घोषणा कर दी है। मौसम विभाग के अनुसार आज 3 जून को केरल के दक्षिण तट पर मानसून की बरसात हो रही है। केरल पहुंचने के बाद अब मानसून धीरे धीरे पश्चिम, मध्य और उत्तर भारत की तरफ बढ़ेगा और जून अंत तक इसके दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने पहले 31 मई को मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान जारी किया था लेकिन यह भी कहा था कि 4 दिन आगे पीछे हो सकते हैं। यानि मानसून को लेकर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच हुई है। मौसमम विभाग के अनुसार पिछले साल पहली जून को मानसून केरल पहुंचा था जबकि 2019 में 8 जून, 2018 में 28 मई, 2017 ममें 30 मई और 2016 में 8 जून को मानसून ने केरल के तट पर दस्तक दी थी।
मौसम विभाग ने पूरे मानसून सीजन के दौरान अधिकतर संभावना 96-104 प्रतिशत बरसात होने की लगाई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस साल 40 प्रतिशत संभावना है कि मानसून सीजन के दौरान 96-104 प्रतिशत बरसात होगी, ऐसी स्थिति में सामान्य मानसून कहा जाता है।
मौसम विभाग ने 16 प्रतिशत संभावना 104-110 प्रतिशत बरसात की लगाई है और इस स्थिति को सामान्य से अधिक बारिश माना जाता है। 5 प्रतिशत संभावना 110 प्रतिशत से ज्यादा बरसात होने की भी है और इस स्थिति को सामान्य से बहुत ज्यादा बरसात माना जाता है। यानि कुल मिलाकर मानसून सीजन के दौरान 61 प्रतिशत संभावना सामान्य या सामान्य से ज्यादा बरसात होने की है।
हालांकि मौसम विभाग ने 14 प्रतिशत संभावना 90 प्रतिशत से कम बरसात होने की भी लगाई है, देश में अगर मानसून सीजन के दौरान 90 प्रतिशत से कम बरसात हो तो ऐसी स्थिति में सूखाग्रस्त घोषित किया जाता है। मौसम विभाग के अनुसार 25 प्रतिशत संभावना 90-96 प्रतिशत बरसात की भी है और इस स्थिति को सामान्य से कम बरसात वाला मानसून कहा जाता है।