नयी दिल्ली: देश में मॉनसून तय समय से दो सप्ताह पहले ही पहुंच गया, जिससे देश के अनेक हिस्सों में बारिश हो रही है। इसके चलते भूस्खलन से अरुणाचल प्रदेश में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के चार जवानों की मौत हो गई। वहीं, जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में कल शाम हुई बारिश के बाद आर्द्रता 90 प्रतिशत तक पहुंच गई। वहीं तापमान सामान्य से एक डिग्री कम हो गया। मॉनसूनी हवाएं दिल्ली की हवा से धूल भी उड़ा ले गई, जिसके चलते दिल्लीवासियों को करीब एक साल में सबसे स्वच्छ हवा में सांस लेने का मौका मिला। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) संतोषजनक 83 रहा। गौरतलब है कि 0-50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम श्रेणी का, 201-300 को खराब, 301-400 को बेहद खराब तथा 401-500 को गंभीर मना जाता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि दिल्लीवासियों को आखिरी बार इस तरह की स्वच्छ हवा पिछले साल अगस्त में मिल पाई थी। इस बीच, मानसून तय समय से 17 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया है। मानसून पश्चिमी राजस्थान में स्थित देश की आखिरी सीमा चौकी श्रीगंगानगर में भी पहुंच गया है। श्रीगंगानगर में मानसून सामान्यत: 15 जुलाई को पहुंचना था। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ‘‘मानसून आज पूरे देश में पहुंच गया।’’
उधर अरुणाचल प्रदेश के लोअर सिआंग जिले में बसर-अकाजन मार्ग पर बारिश के कारण भूस्खलन के चलते पहाड़ से एक बड़े चट्टान के टूटकर भारत तिब्बत सीमा पुलिस के वाहन पर गिरने से चार जवानों की आज मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना देर रात लगभग ढाई बजे लोअर सिआंग के जिला मुख्यालय लिकाबली से करीब पांच किलोमीटर दूर उस समय हुई, जब भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान पश्चिमी सिआंग जिले के बसर से लोअर सिआंग जा रहे थे। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से आज मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग-3 अवरुद्ध हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि राजमार्ग को साफ करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
माढ़ी में कल रात भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने की खबरें हैं। हालांकि, जिला प्रशासन को भूस्खलन के बारे में आज सुबह पता चला जब कुछ पर्यटकों ने उन्हें सड़क अवरुद्ध होने के बारे में सूचना दी। वहीं जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से प्रदेश के डोडा जिले में एहतियात के तौर पर आज 12 वीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गयी है। इसबीच, अमरनाथ गुफा में आज 1300 श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवलिंग के दर्शन किये।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि कश्मीर घाटी में निरंतर वर्षा से पहलगाम और बालटाल दोनों ही मार्गों से यात्रा स्थगित करनी पड़ी। अमरनाथ गुफा को जाने वाले वाले पूरे मार्ग पर भारी वर्षा होने के कारण यात्रा स्थगित कर दी गयी। असम के बाढ़ प्रभावित छह जिलों में से एक में आज स्थिति और बिगड़ गई। एक और व्यक्ति की मौत होने के साथ ही बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 32 हो गयी है।