नयी दिल्ली: अगस्त के इस महीने में आधे हिंदुस्तान पर बारिश और बाढ का कहर है। लाखों लोग बाढ़ में जहां-तहां फंसे हैं। इस वक्त सबसे मुश्किल में महाराष्ट्र और केरल के लोग हैं। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में विनाशकारी बाढ़ से लाखों लोगों की जान मुश्किल में पड़ गई है। बारिश और बाढ़ से कोल्हापुर तो क़रीब क़रीब एक टापू बन गया है और इसका संपर्क दूसरे शहरों से क़रीब क़रीब कट चुका है। मुश्किल की इस घड़ी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ साथ सेना के जवान देवदूत बनकर पहुंचे हैं। सेना के जवानों ने अब तक हजारों लोगों का रेस्क्यू किया है।
महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में बाढ़ से हालत गंभीर बनी हुए है। भारी बारिश, तेज हवाओं और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है और गुरुवार को वर्षाजनित हादसों में 15 लोगों की मौत होने की खबरे हैं। महाराष्ट्र के पांच पश्चिमी जिलों में दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और केरल में अगले दो दिन में भीषण बारिश होने का अनुमान है। पश्चिमी महाराष्ट्र में बाढ़ प्रभावित सांगली जिले में बृहस्पतिवार को एक बचाव नौका के पलट जाने से नौ लोग डूब गए।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। क्षेत्र में भारी वर्षा के बाद ये सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं जहां कृष्णा और पंचगंगा नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फडणवीस से बात की और बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। एक अधिकारी ने बताया कि सांगली में राहत एवं बचाव कार्य में लगी एक नौका के पलट जाने से नौ लोग डूब गए और चार लापता हैं।
पुणे के मंडल आयुक्त दीपक म्हैसकर ने बताया कि यह दुर्घटना पालुस तहसील के ब्रहमनाल गांव के पास हुई जब एक नौका बाढ़ प्रभावित 30 से 32 लोगों को लेकर जा रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक नौ शव मिल गए हैं। करीब 15 लोग तैरकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए।’’ फडणवीस कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस बीच कर्नाटक अलमाटी बांध से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ने पर सहमत हो गया है जो कि कृष्णा नदी पर बहाव में नीचे की ओर स्थित है।
अधिकारी ने बताया कि फडणवीस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से बात की जो उत्तर कर्नाटक में अलमाटी बांध से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ने को तैयार हो गए। महाराष्ट्र के पांच पश्चिमी जिलों में दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इन जिलों में बारिश और बाढ़ संबंधी घटनाओं में अब तक 27 लोगों की मौत होने की खबर है। केरल के कई इलाकों में भारी बारिश से उत्तरी केरल बाढ़ की चपेट में हैं।
यहां गुरुवार को विभिन्न हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने राज्य के चार जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। ये चार जिले भारी वर्षा और तेज हवाओं की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के सूत्रों ने कहा कि यह अलर्ट इडुकी, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड के लिए जारी किया गया है। राज्य की अधिकांश नदियों और बांधों में जलस्तर बढ़ रहा है और कन्नूर, वायनाड, इडुकी, मलप्पुरम, कोझीकोड और कासरगोड में बाढ़ जैसे हालात हैं।
यहां की प्रमुख नदियों जैसे मणिमाला, मीनाचल, मूवट्टापुझा, चलियार, वालापट्टनम, इरूवाझीनीपुझा और पंबा में जलस्तर बढ़ा हुआ है। तमिलनाडु में कोयंबटूर शहर में वर्षाजनित हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। नीलगिरि, थेनी, कोयम्बटूर, तिरुनेलवेल्ली और कन्याकुमारी जिलों में भारी बारिश से इन जिलों के निचले इलाकों में पानी भर गया है। कर्नाटक में वर्षा जनित हादसों में नौ लोग मारे गए हैं जिनमें से छह लोग बेलगावी जिले से थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बचाव दलों ने कर्नाटक के उत्तरी तटों के प्रभावित जिलों तथा मलनाड से 43,858 लोगों को बचाया है। इस दल में अग्नि और आपातकालीन विभाग, राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना शामिल है। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा किया। बाढ़ से बेहाल ओडिशा में हादसे में एक व्यक्ति मारा गया वहीं उसका बेटा पानी के तेज बहाव में बह गया।
मौसम विभाग के भुवनेश्वर केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास ने बताया कि बालासोर के नजदीक ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट पर बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश हो रही थी, लेकिन बुधवार की दोपहर को यह कमजोर पड़ गया। गोवा, गुजरात और मेघालय में भी बारिश से हालात खराब हैं।