केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। लेकिन आरएसएस से जुड़ किसान संगठन भारतीय किसान संघ ने भारत बंद से खुद को अलग कर लिया है। इस संबंध में इंडिया टीवी से बातचीत में भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय सचिव मोहिनी मिश्रा ने कहा कि भारतीय किसान संघ भारत बंद के समर्थन में नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी ताकतें और राजनीतिक दल किसानो़ं के आंदोलन का फायदा उठा रहे हैं।
मोहिनी मिश्रा ने कहा कि लंदन में प्रोटेस्ट और कनाडा में हो रही बयानबाजी बता रही है कि किसान आंदोलन का देश विरोधी ताकतें कैसे इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा कानून किसानों के हित में है। हालांकि कानून में सिर्फ संशोधन की जरूरत की जरूरत है। ऐसे में कानून को पूरी तरह वापस नहीं लेना चाहिए।
क्या होने चाहिए संशोधन
मोहिनी मिश्रा ने बताया कि कानून में कुछ संशोधन अवश्य होने चाहिए। जैसे किसानों के लिए फसलों की MSP सुनिश्चित की जानी चाहिए। साथ ही ट्रेडर्स का रजिस्ट्रेशन और बैंक गारंटी की व्यवस्था भी तय होनी चाहिए। वहीं विवाद की स्थिति में न्यायालय का विकल्प जैसे संशोधनों के बाद यह कानून किसानों के हित में होगा। उन्होंने कहा कि अभी मंडी में किसानों को टैक्स देना पड़ता है जबकि मौजूदा कानून बिना टैक्स किसानों को कहीं भी माल बेचने की आजादी देता है।
केजरीवाल पर हमला
मोहिनी मिश्रा ने इस आंदोलन को समर्थन दे रहे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने कृषि मंत्रालय भी नहीं बनाया और राजनीति कर रहे हैं। किसान आंदोलन के देश विरोधी ताकतें और राजनीतिक इस्तेमाल के बाद किसानों को ही नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन जिस दिशा में जा रहा है उससे मंदसौर जैसी घटनाओं का अंदेशा है।