नई दिल्ली: पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की एकलौती बेटी दीना वाडिया का 98 साल की उम्र में निधन हो गया। दीना का जन्म 14-15 अगस्त की रात 1919 में हुआ था। उनकी मां का नाम रतनबाई पेटिट था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीना ने न्यूयॉर्क में अंतिम सांस ली। उन्होंने आखिरी बार 2004 में पाकिस्तान का दौरा किया था और वह उनकी आखिरी पाकिस्तान यात्रा साबित हुई। दीना अपने पीछे अपने पुत्र नुस्ली वाडिया, पुत्री डायना वाडिया और पोतों जहांगीर एवं नेस वाडिया को छोड़ गई हैं।
जिन्ना ने अकेले ही अपनी बेटी का पालन-पोषण किया था। पिता और पुत्री के रिश्ते में तब दरार आ गई जब दीना ने एक पारसी नेविल वाडिया से शादी कर ली। उस समय उनकी उम्र मात्र 17 साल थी। दीना ने आजादी के बाद भारत में ही रहना पसंद किया और वह तत्कालीन बंबई में ही बस गईं। कुछ समय बाद वह ब्रिटेन चली गईं। वह पाकिस्तान बनने के बाद सबसे पहले 1948 में अपने पिता मोहम्मद अली जिन्ना के निधन के बाद वहां गई थीं।
दीना आखिरी बार सन् 2004 में पाकिस्तान गई थीं। तब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति और आर्मी चीफ जनरल परवेज मुशर्रफ ने उन्हें भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच देखने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने खुद स्टेडियम में दीना की अगवानी की थी। दीना उस दौरे पर अपने पिता की कब्र में सजदा करने के लिए भी गई थीं। दीना के साथ उनके पुत्र नुस्ली वाडिया और पोते जहांगीर वाडिया एवं नेस वाडिया भी थे। आपको बता दें कि वाडिया परिवार के पास वाडिया ग्रुप का मालिकाना हक है जिसके अंतर्गत ब्रिटैनिया, गो एयर और बॉम्बे डाइंग जैसी बड़ी कंपनियां आती हैं।