मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के सबसे महत्वाकांक्षी 'जलशक्ति अभियान' की आज से शुरुआत करने जा रही है। केंद्र सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान के तहत अगले पांच साल में देश के शहरों और गांवों के हर घर में नल का पानी पहुंचाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों के दौरान इस अभियान को शुरू करने की घोषणा की थी। इससे पहले सरकार हर घर में गैस चूल्हा पहुंचाने के लिए आयुष्मान योजना और शौचालय के लिए स्वच्छ भारत अभियान शुरू कर चुकी है।
इस अभियान से जुड़े अधिकारियों के अनुसार 'संचय जल, बेहतर कल' थीम के साथ शुरु होने वाला 'जल शक्ति अभियान' दो चरणों में लागू होगा। पहला चरण एक जुलाई से 15 सितंबर तक चलेगा जबकि दूसरा चरण एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक होगा। इस दौरान पानी की कमी का सामना कर रहे देश के 255 जिलों के 1593 जिलों में जल संरक्षण और रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए अभियान चलाया जाएगा।इसके तहत मनरेगा जैसी योजनाओं की राशि का इस्तेमाल कर परंपरागत तालाबों और जलाशयों का संरक्षण, भूजल रिचार्ज, वाटरशेड डवलपमेंट और वृक्षारोपण पर जोर दिया जाएगा।
तीन मंत्रालयों का होगा समन्वय
नरेंद्र मोदी की नई सरकार में जल की महत्ता को सर्वोपरि रखते हुए देश में नया जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया है और इससे पानी से संबंधित सभी विषयों पर तेज़ी से फैसले लिए जा सकेंगे। यह अभियान केंद्र सरकार के तीन मंत्रालय- जल शक्ति मंत्रालय, कृषि मंत्रालय और पर्यावरण मंत्रालय मिलकर चलायेंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए लोकप्रिय हस्तियों को भी इससे जोड़ा जाएगा। सूत्रों ने कहा कि इस अभियान को अमलीजामा पहनाने की दिशा में कदम उठाते हुए पानी की कमी का सामना कर रहे 255 जिलों के लिए प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गयी है।
विभिन्न संगठन करेंगे शिरकत
सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के गैर-सरकारी संगठनों, स्कूली छात्रों, इंजीनियरिंग के छात्रों, नेहरु युवा केंद्र संगठन, राष्ट्रीय सेवा योजना, नेशनल कैडेट कोर जैसे संगठनों को भी इस अभियान से जोड़ा जाएगा।