नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्तार में बुधवार कुल 43 मंत्रियों ने शपथ ली। इसके साथ ही, सभी के मंत्रालय भी बांट दिए गए हैं। इसमें कई पुराने मंत्रियों के मंत्रालय बदलकर नए मंत्रियों को दिए गए हैं। कई बड़े मंत्रालयों के मंत्री बदले गए हैं। पीयूष गोयल से रेल मंत्रालय वापस ले लिया गया है। उन्हें कपड़ा मंत्रालय और खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्रालय दिया गया है।
पहले पीयूष गोयल के पास रेल मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय था। वहीं, धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास मंत्रालय मिला है। पहले वह पेट्रोलियम एवं प्रकृति गैस मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय संभालते थे। अनुराग ठाकुर को खेल मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय मिला है। पहले वह वित्त राज्य मंत्री और कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री थे।
वहीं, हरदीप पुरी को पेट्रोलियम मंत्रालय और आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय दिया गया है जबकि पहले इनके पास आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, नागरिक विमानन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (राज्य) था। मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है। पहले इनके पास जहाजरानी मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय (राज्य) था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय अपने पास रखा है। अमित शाह के पास गृह मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय रहेगा। राजनाथ सिंह के पास रक्षा मंत्रालय, निर्मला सीतारमण वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री होंगी। नितिन गडकरी के पास रोड ट्रांसपोर्ट रहेगा। नारायण राणे को लघू एवं सूक्ष्य उद्योग मंत्रालय (MSME) की जिम्मेदारी दी गई है।
RCP सिंह स्टील मंत्री बनाए गए हैं। किरण रिजिजू कानून मंत्री बनाए गए। नरेंद्र सिंह तोमर कृषि मंत्री बने रहेंगे। एस. जयशंकर विदेश मंत्री बने रहेंगे। सर्वानंद सोनोवाल आयुष मंत्रालय संभालेंगे। उन्हें पोर्टशिपिंग मंत्री भी बनाया गया है। वहीं, भूपेंद्र यादव को श्रम मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही भूपेंद्र यादव को पर्यावरण मंत्री की जिम्मेदारी भी दी गई है।
गिरिराज सिंह ग्रामीण विकास मंत्री होंगे। पशुपति पारस को फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। पुरुषोत्तम रुपाला को डेयरी और फिशरीज मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। मीनाक्षी लेखी विदेश राज्य मंत्री बनीं। इसके साथ ही, मीनाक्षी लेखी संस्कृति राज्य मंत्री भी होंगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय दिया गया है। यह पहले हरदीप सिंह पुरी के पास था।
अब हरदीप सिंह पुरी को पेट्रोलियम मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही, वह शहरी एवं विकास मंत्री बने रहेंगे। स्मृति ईरानी कुपोषण के अभियान को भी देखेंगी। स्मृति ईरानी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है कि मोदी कैबिनेट विस्तार में शपथ लेने वाले 43 मंत्रियों में 30 लोकसभा और 11 राज्यसभा के सदस्य हैं। इसके साथ ही, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरुगन दो ऐसे मंत्री हैं जो फिलहाल संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। सोनोवाल फिलहाल असम विधानसभा सदस्य हैं।
इस मंत्रिपरिषद विस्तार में कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। राज्यसभा के जिन सदस्यों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे, जद (यू) अध्यक्ष आरसीपी सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, हरदीप पुरी, मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रुपाला शामिल हैं।
भाजपा के ही राजीव चंद्रशेखर, बीएल वर्मा, भागवत कराड को राज्य मंत्री बनाया गया है और ये तीनों मंत्री राज्यसभा के सदस्य हैं। वहीं, लोकसभा के जिन सदस्यों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें भाजपा के डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, किरेन रिजिजू, आरके सिंह, जी किशन रेड्डी और अनुराग ठाकुर तथा लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) के नेता पशुपति कुमार पारस शामिल हैं।
इनके अलावा, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, भाजपा के एसपी सिंह बघेल, शोभा कारंदलाजे, भानू प्रताप सिंह वर्मा, दर्शना जारदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, अजय कुमार, चौहान देवूसिंह, भगवंत खूबा, भारती पवार, पंकज चौधरी, शांतनु ठाकुर, मुंजपारा महेंद्रभाई, निशीथ प्रामाणिक, ए नारायणस्वामी, कपिल पाटिल, राजकुमार रंजन सिंह, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भागवत कराड, बिश्वेसर टुडू और जॉन बारला भी लोकसभा सदस्य हैं, जो राज्य मंत्री बने हैं।