सागर: मध्यप्रदेश के सागर जिले के बांदरी थाना क्षेत्र में कल शाम 28 वर्षीय पुरूष ने एक नाबालिग किशोरी के साथ कथित रूप से बलात्कार करने के बाद उसे जिंदा जला दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि बांदरी थाना क्षेत्रा मध्यप्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई में आता है। बांदरी पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक कमल सिंह ठाकुर ने आज बताया, ‘‘अधिक जल जाने की वजह से लड़की की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी। आरोपी रवि चढ़ार (28) को गिरफ्तार कर लिया गया है।’’ उन्होंने बताया कि आरोपी लड़की के गांव का ही रहने वाला है। कल शाम किशोरी के घर में अकेला देख वह घर में घुस गया और उसके साथ बलात्कार किया। जब लड़की ने इसके बारे में परिजनों को बताने की धमकी दी तो, आरोपी ने उसके ऊपर मिट्टभ् का तेल डालकर उसे जिंदा जला दिया। किशोरी की मौके पर ही मौत हो गयी।
लड़की के छोटे भाई ने बताया कि माता-पिता कहीं बाहर गये हुए थे। घर से धुंआ निकलते देख वह तुरंत वहां पहुंचा और आरोपी रवि को घर के पीछे खड़ा देखा। ठाकुर ने बताया कि आरोपी को भादवि की सम्बद्ध धाराओं सहित पॉक्सो कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस बीच मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘फिर एक मासूम हुई सागर में दुष्कर्म का शिकार... विभत्स व नृशंस घटना... ऐसी घटनाओं से प्रदेश हो रहा निरंतर शर्मसार ... दुष्कर्म की घटनाएं व किसानों की आत्महत्याएं प्रदेश भर में जारी... हमारे मुखिया कर्नाटक चुनाव से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में व्यस्त....’’
दूसरी और प्रदेश के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर राजनीति नहीं करना चाहिये। सिंह ने कहा, ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैं बालिका के घर जा रहा हूं। पीड़ित परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गयी है। हम पीड़ित परिवार को हर तरह की सहायता करेंगे।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘समाज की विकृतियां इस तरह की घटनाओं के लिये जिम्मेदार हैं। इन घटनाओं के लिये काफी हद तक पोर्न साइट जिम्मेदार हैं। हमनें इस तरह की 21 साइटों को बंद किया है और केन्द्र सरकार को भी इस मामले में सख्त कदम उठाने के लिये पत्र लिखा है।’’ सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने 12 साल से कम उम्र की बालिकाओं के साथ दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा देने संबंधी कानून बनाने की देश में पहल की थी। इसके साथ ही प्रदेश में दुष्कर्म मामलों की जांच और अदालती कार्यवाही फास्ट ट्रैक की जाती है।