नई दिल्ली: अगले महीने 10 अक्टूबर से दिल्ली मेट्रो में सफ़र करना मंहगा होने जा रहा है। अब पांच कि.मी. से ज़्यादा लंबा सफर करने के लिए 10 रुपये अधिक देने होंगे। इसी तरह अधिकतम किराया भी 50 से बढ़कर 60 रुपये हो जाएगा। डीएमआरसी ने एलान किया है कि 10 अक्तूबर से मेट्रो का किराया बड़ जाऐगा। मेट्रो का न्यूनतम किराया 10 रुपये ही रहेगा, मगर जहा अधिकतम किराया 50 हुआ करता था वो अब 10 अक्तूबर से बढ़कर 60 रुपये हो जाऐगा। डीएमआरसी बोर्ड ने सोमवार को दूसरे चरण में किराया वृद्धि को 10 अक्तूबर से लागू करने को मंजुरी दे दी है|
आम दिनों में 32 किमी से ज्यादा सफर करना है तो 60 रुपये चुकाने होंगे जबकि रविवार को और राष्ट्रीय छुट्टी वाले दिन इतनी दूरी के लिए 40 रुपये कि जगह 50 रुपये देने होंगे| रविवार के दिन भी 5 से 12 किमी तक की यात्रा करने पर देने दोगुना किराया देना होगा।
रविवार से राष्ट्रीय अवकाश वाले दिन ऐसे बढ़ेगा किराया
किलो मीटर | अभी | 10 अक्टूबर से |
0-2 कि.मी. | 10 रु | 10 रु |
2-5 कि.मी. | 10 रु | 10 रु |
5-12 कि.मी. | 10 रु | 20 रु |
12-21 कि.मी. | 20 रु | 30 रु |
21-32 कि.मी. | 30 रु | 40 रु |
32 से ज़्यादा | 40 रु | 50 रु |
पहले चरण में 2009 के बाद किराए में बढ़ोतरी 10 मई 2017 से लागू हुई थी। तब से मेट्रो नेटवर्क में यात्रियों की संख्या औसत 1.48 लाख कम हो गई है। एक्सपर्टस का कहना है कि दिल्ली की लाइफ लाइन मेट्रो के किराया वृद्धि से लोग निजी वाहन का इस्तेमाल करने लगेंगे। दो चरण में किराया वृद्धि को किराया निर्धारण समिति ने पहले ही मंजुरी दे दी थी।
डीएमआरसी बोर्ड ने यह भी फैसला लिया है की पीक ऑवर और ऑफ पीक ऑवर की गिनती नेटवर्क मे प्रवेश करते समय की जाएगी। इसे सॉफ्टवेयर में दिसंबर तक बदलाव होने के बाद लागू किया जाएगा। अभी नेटवर्क से बाहर निकलते वक्त पीक और पीक ऑवर गिना जाता है|
पीक आवर के मुकाबले ऑफ पीक ऑवर में 10 फीसदी किराया कम लगता है। सुबह 12 बजे से 5 बजे तक और रात में 9 बजे से मेट्रो सेवा समाप्त होने तक ऑफ पीक ऑवर तय है|