कोलकाता: मेट्रो रेलवे ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सुरक्षा कदमों को ध्यान में रखते हुए सेवा शुरू होने के बाद, बुधवार को यात्रियों के लिए एक सूची जारी कर उन्हें बताया है कि क्या करें और क्या ना करें। मेट्रो रेल के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों को मास्क पहनना होगा, ताकि नाक और मुंह ढंका रहे, ट्रेन में चढ़ने से पहले उन्हें प्लेटफॉर्म पर रखे सेनिटाइजर से अपने हाथ सेनिटाइज करने होंगे। मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक मनोज जोशी ने कहा कि सेवा शुरू करने की अंतिम तारीख की घोषणा जल्दी की जाएगी। जोशी ने मंगलवार को नेटवर्क के कई स्टेशनों का जायजा लिया। मेट्रो रेलवे ने यात्रियों ये कहा है कि वे स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करें क्योंकि फिलहाल टोकन उपलब्ध नहीं होगा, उन्हें आरोग्य सेतु ऐप भी डाउनलोड करना होगा।
कोविड-19 के मद्देनजर विभिन्न उपायों के साथ कई शहरों में मेट्रो सेवाएं बहाल
कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के चलते पांच महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद सोमवार को देशभर में मेट्रो ट्रेन सेवाएं यात्रियों और कर्मियों की सुरक्षा के लिए विभिन्न उपायों और सावधानी के साथ शुरू हो चुकी है। लॉकडाउन में क्रमिक ढंग से ढील देने के चौथे चरण ‘अनलॉक 4’ में मेट्रो की बहाली के लिए केंद्र द्वारा दिशानिर्देश जारी करने के बाद दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, कोच्चि, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और अहमदाबाद में चरणबद्ध तरीके से सेवाएं शुरू हो गयी लेकिन मुम्बई, नागपुर, कोलकाता और जयपुर में यह सेवा बहाल नहीं हुई है।
वैसे पहले दिन बहुत कम यात्री पहुंचे क्योंकि कई यात्रियों का कहना है कि वे निश्चिंत नहीं हैं कि सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करना संक्रमण के जोखिम की लिहाज से सुरिक्षत है या नहीं। हालांकि ट्रेनों और प्लेटफार्म पर जगह-जगह स्टीकर और निशान देखे गये ताकि यात्री एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें। दिल्ली मेट्रो से करीब 15,500 यात्रियों ने सफर किया जबकि कोविड-19 महामारी से पहले 26 लाख से अधिक लोग प्रतिदिन यात्रा करते थे। लखनऊ मेट्रो में करीब 6,000 यात्रियों ने यात्रा की जबकि लॉकडाउन से पहले उनकी संख्या 70,000 से अधिक होती थी।
मेट्रो अधिकारियों ने कहा कि वे यात्रियों को नकदी रहित/ऑनलान टिकट खरीद के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। दिल्ली और बेंगलुरु में सभी यात्रियों को स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करने के लिए कहा जा रहा है और टोकन नहीं बेचे जा रहे हैं। यात्रियों को तापमान मापने और हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही स्टेशन परिसरों में जाने की अनुमति दी थी। रेल, खंभों, हैंडल, यात्रियों की सीटों, दरवाजों की सतह जैसे स्पर्श वाली जगहों को नियमित रूप से संक्रमण मुक्त किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि एक-दूसरे के बीच दूरी बनाने और ताजी हवा का परिसंचरण सुनिश्चित करने के लिए यात्रियों को चढ़ने और उतरने के वास्ते स्टेशनों पर ट्रेनों के रूकने की अवधि को 20 सेंकेंड से बढ़ाकर 50 सेंकेंड कर दिया गया। अधिकारियों ने पहले ही घोषणा की थी कि सेवाएं आठ बजे रात तक ही उपलब्ध रहेंगी। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने कुछ तस्वीरें पोस्ट की और ट्वीट किया, ‘‘पांच महीने से भी अधिक समय बाद पहली यात्रा से कुछ खुश चेहरे। ’’