जम्मू. राष्ट्रीय ध्वज को लेकर दिये गये पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बयान के विरोध में युवाओं के एक समूह ने रविवार को पार्टी कार्यालय के बाहर एक मार्च निकाला और इमारत के ऊपर तिरंगा फहराने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें तब तक चुनाव लड़ने या राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा उठाने में कोई दिलचस्पी नहीं है, जब तक पिछले साल पांच अगस्त को लागू किए गए संवैधानिक बदलाव वापस नहीं लिये जाते।
उन्होंने कहा था कि वह तिरंगे को तभी उठाएंगी, जब पूर्ववर्ती राज्य के अलग ध्वज को बहाल कर दिया जाएगा। ‘‘तिरंगा का अपमान नहीं सहेंगे’’ और पीडीपी विरोधी नारों के बीच सामाजिक कार्यकर्ता अमनदीप सिंह के नेतृत्व में युवाओं का समूह दोपहिया वाहनों पर आया और पीडीपी मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि पीडीपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया और बाद में प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक तितर-बितर कर दिया गया। बाद में अमनदीप सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमारा किसी भी दक्षिणपंथी पार्टी से कोई संबंध नहीं है। हम राष्ट्रवादी हैं और तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो हमारा गौरव और सम्मान है।’’ सिंह ने शनिवार को पीडीपी कार्यालय के मुख्य द्वार के निकट की चारदीवारी पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। (भाषा)