श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब से हमने DDC चुनाव में भाग लेने का फैसला किया, तब से जम्मू-कश्मीर में पिछले एक-डेढ़ साल से जो ज्यादतियां हो रही थीं उनको और बढ़ाया गया। PAGD के उम्मीदवारों को रोका जा रहा है और चुनाव प्रचार के लिए बाहर जाने की अनुमति नहीं है। यदि वे कैंपन की अनुमति नहीं देते हैं तो उम्मीदवार कैसे चुनाव लड़ेंगे?
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। वे मेरी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं क्योंकि मैं अपनी आवाज उठाता हूं। मुझे बार-बार बताया जाता है कि धारा 370 के बारे में मेरी रिहाई के बाद से बात हो रही है। लेकिन मैं उसके बारे में क्या कर सकती हूं। उन्होंने कहा कि जब तक कश्मीर मसला हल नहीं हो जाता, समस्या है और बनी रहेगी। जब तक वे धारा 370 को बहाल नहीं करते तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा। मंत्री आएंगे और जाएंगे। बस चुनाव कराने से समस्या का कोई हल नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे मुल्क़ में इस वक़्त अंधा कानून चल रहा है, इनके पास सबसे बड़ा हथियार UAPA बन गया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, "वे मुसलमानों को 'पाकिस्तानी', सरदारों को 'खालिस्तानी', सामाजिक कार्यकर्ताओं को 'शहरी नक्सल' और छात्रों को 'टुकडे-टुकडे गैंग' और 'राष्ट्र-विरोधी' के रूप में बुलाते हैं। मैं यह समझने में विफल हूं कि अगर हर कोई आतंकवादी और देश विरोधी है, तो इस देश में 'हिंदुस्तानी' कौन है?" महबूबा ने कहा कि जब से उन्होंने (बीजेपी) सरकार संभाली है तब से मुल्क़ के टुकड़े करने के सिवा कुछ नहीं कर रहे हैं।