मेघालय की जयंतिया हिल्स की एक खदान में 13 दिसंबर से फंसे 15 मजदूरों के जिंदा होने की उम्मीद अभी भी बाकी है। इस 370 फीट गहरी खदान में पानी भर जाने से ये मजदूर फंसे हुए हैं। इन मजदूरों को बचाने के लिए प्रशासन भरसक प्रयास कर रहा है। खान से पानी निकालने के लिए 10 हाई पावर पंप लगाए गए हैं, और वायु सेना के जवान भी मजदूरों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। अब विशाखापट्टनम से नेवी के गोताखारों की एक टीम इन्हें बचाने के लिए पहुंचने वाली है।
प्रशासन के अनुसार 370 फीट गहरी खदान में 70 फीट तक पानी भरा हुआ है। जिसके चलते खदान से मजदूरों को निकालने में मुश्किलें आ रही हैं। एनडीआरएफ की टीम मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही वायुसेना का एक विमान 21 जवानों को लेकर यहां पहुंचा है।
विशाखापट्टनम से आए गोताखोर
इस बड़े बचाव अभियान में भारतीय नौसेना भी मदद दे रही है। विशाखापट्टनम से नेवी के गोताखोर भी मदद के लिए जयंतिया पहुंचे है। ओडिशा फायरसर्विस के 20 सदस्य भी इस ऑपरेशन में हिस्सा ले रहे हैं।
पानी निकालने के लिए आई किर्लोस्कर
खदान से पानी निकालने के लिए किर्लोस्कर के 10 हाई पावर पंप मदद के लिए उतारे गए हैं। ये पंप एक मिनट में 1600 लीटर पानी बाहर निकालते हैं। बता दें कि इसी साल इंडोनेशिया में एक गुफा में फंसे बच्चों को निकालने के लिए भी किर्लोस्कर के पंपों ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।