वैश्विक महामारी कोरोना के बीच भारत में आज बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। बकरीद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग जानवर की बलि देते हैं हालांकि मुस्लिमों में कई लोग ऐसे भी हैं जो पूरी तरह से शाकाहारी है इस त्योहार पर भी मांस नहीं खाते। इन्हें लोगों में से एक हैं 33 साल के अल्ताब हुसैन।
बंगाल में रहने वाले अल्ताब न सिर्फ शाकाहारी हैं बल्कि जानवरों के खिलाफ होने वाली किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ आवाज उठाते हैं। अल्ताब ईद के मौके पर भी लोगों को जानवर की बलि न देने के लिए जागरुक कर रहे हैं और खुद भी उन्होंने 72 घंटे का रोजा रखा हुआ है।
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक अल्ताब पहले मांस का सेवन कर लेते थे लेकिन साल 2014 में वो शाकाहारी बन गए। इसकी बड़ी वजह उन्होंने डेयर इंडस्ट्री का एक वीडियो बताया, जिसमें बताया गया था किस तरह से पशुओं के खिलाफ क्रुरता हो रही है। हालांकि हुसैन के परिवारों से उनका परिवार सहमत नहीं है।