नई दिल्ली: ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन (कुल हिन्द इमाम) के प्रेजिडेंट मौलाना साजिद रशीदी ने राम मंदिर भूमि पूजन के बाद एक आपत्तिजनक बयान दिया है जिससे विवाद बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। साजिद रशीदी ने कहा है कि मंदिर को गिराने के बाद मस्जिद का निर्माण तो नहीं किया गया था, लेकिन अब हो सकता है कि मस्जिद बनाने के लिए मंदिर तोड़ा जाए।
साजिद रशीदी ने कहा, "इस्लाम कहता है कि एक मस्जिद हमेशा एक मस्जिद होगी। इसे कुछ और बनाने के लिए नहीं तोड़ा जा सकता है। हम मानते हैं कि यह था, और हमेशा एक मस्जिद रहेगी। मंदिर को गिराने के बाद मस्जिद का निर्माण नहीं किया गया था, लेकिन अब मस्जिद बनाने के लिए हो सकता है मंदिर को तोड़ा जाए।"
बता दें कि इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने राम मंदिर के निर्माण की अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अन्यायपूर्ण और अनुचित बताया। एआईएमपीएलबी ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया और हागिया सोफिया मस्जिद का उदाहरण देते हुए कहा बाबरी मस्जिद थी और हमेशा रहेगी।
एआईएमपीएलबी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ''बाबरी मस्जिद थी और हमेशा मस्जिद ही रहेगी। हागिया सोफिया इसका एक बड़ा उदाहरण है। अन्यायपूर्ण, दमनकारी, शर्मनाक और बहुसंख्यक तुष्टिकरण निर्णय द्वारा जमीन पर पुनर्निमाण इसे बदल नहीं सकता है। दुखी होने की जरूरत नहीं है। कोई स्थिति हमेशा के लिए नहीं रहती है।''