नई दिल्ली: तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की कोरोना वायरस रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब मौलाना साद क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है। मौलाना साद के वकील या कुछ रिश्तेदार दावा कर रहे है मौलाना साद की सरकारी अस्पताल से कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, और वो कल इन्वेस्टीगेशन जॉइन करना चाहता है लेकिन इस बात की कोई जानकारी क्राइम ब्रांच को नहीं दी गई है, क्राइम ब्रांच के सूत्रों का कहना है मौलाना साद ने न तो उनसे कोई संपर्क किया है न ही कल आने के लिए कोई बात की है।
दिल्ली पुलिस ने तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है, जो कि हत्या के किसी भी तरह के मामले में दूसरी सबसे बड़ी धारा है। निजामुद्दीन मरकज में हुए तब्लीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से कुछ की कोरोनावायरस से मौत हो जाने और जमात में शामिल लोगों से संक्रमण के प्रसार में तेजी आने के बाद यह कदम उठाया गया है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जांच के दौरान अधिक गंभीर अपराध पाए जाते हैं तो पुलिस मामले में और भी कड़ी धाराएं जोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, साद और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 जोड़ी गई है। वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने इस संबंध में आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा, यह 304 के बजाय धारा 302 का एक स्पष्ट मामला है। तब्लीगी जमात के लोग मार्च में हुए कार्यक्रम में में घोर आपराधिक लापरवाही कर रहे थे, जो देशभर में पॉजिटिव (कोरोना) लोगों के बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार हैं। वे जानते थे कि उनके इस कार्य से संक्रमण फैल जाएगा, जिससे काफी मौतें होने की संभावना है।