मथुरा: मथुरा में बीती शाम एक सीवेज पम्पिंग स्टेशन के कुएं की सफाई करने उतरे गाजियाबाद के दो सफाईकर्मियों की जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। दमकलकर्मी दो घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद उनके शव निकाल पाए। मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा वृन्दावन में विकसित रुक्मिणी विहार कॉलोनी के मेन सीवेज पम्पिंग स्टेशन (एमएसपीएस) की साफ-सफाई का काम गढ़मुक्तेश्वर के गांव कृष्णा वाली मढ़िया निवासी सतीश, अशोक, दीपक व एक अन्य से कराया जा रहा था। मंगलवार को काम समाप्त करने से पहले सतीश (21) ने जब कुएं में पॉलिथिन की कुछ थैलियां अटकी देखीं तो वह तुरंत 60 फीट गहरे कुएं में उतर गया। लेकिन जब तक वह नीचे पहुंचता, उससे पहले ही जहरीली गैस के प्रभाव में आकर कुएं में गिर पड़ा। (गोवा में अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा में सभी 8,000 उम्मीदवार फेल हुए )
उसे इस तरह अचानक गिरते देख अशोक (22) भी बिना कुछ सोचे-समझे उसे बचाने के लिए कुएं में उतर गया। वह भी गिर गया। ऊपर से निगरानी रख रहे उनके तीसरे साथी दीपक (18) ने शोर मचा दिया। उसकी आवाज पर वहां मौजूद अन्य लोग भी दौड़े आए। जल निगम के अवर अभियंता विजय कुमार ने तुरंत पुलिस को इत्तिला देकर फायर ब्रिगेड को बुलाया। जिन्होंने काफी कोशिशों के बाद उन्हें निकाला, किंतु तब तक वे दम तोड़ चुके थे।
मौके पर पहुंचे एसपी सिटी श्रवण कुमार ने बताया, ‘बिना सुरक्षा इंतजाम के युवकों को सीवेज की गंदगी वाले कुएं में उतार दिया गया। जिसके चलते जहरीली गैस की चपेट में आकर दोनों की मौत हो गई।’ उन्होंने बताया, ‘अब पोस्टमार्टम के बाद ही सही तरह से पता चल पाएगा कि उनकी मौत जहरीली गैस के संपर्क में आने से हुई है अथवा गैस के प्रभाव में आने के बाद पानी में डूबने से हुई है। घटना की जानकारी मृत युवकों के परिजनों को दे दी गई है।’