श्रीनगर: कश्मीर में एक बार फिर पाकिस्तानी झंडे लहराने की घटना से बवाल मच गया है। हाल ही में जेल से छोड़े गए अलगाववादी नेता मसरत आलम के अगुआई में हुए एक विरोध प्रदर्शन में पाकिस्तानी झंडा लहराया गया। दर्जनभर लोग पाक झंडा लिए हुए थे और भारत विरोधी नारे लगा रहे थे।
मसरत आलम एक समारोह में शामिल हुए थे जहां सैयद अली शाह गिलानी का स्वागत किया जा रहा था। उन्होंने न सिर्फ पाक झंडा लहराया बल्कि 'कश्मीर बनेगा पाकिस्तान, मेरी जान, मेरी जान... पाकिस्तान पाकिस्तान और हाफिज सईद का क्या पैगाम, कश्मीर बनेगा पाकिस्तान जैसे नारे लगाए।'
राज्य सरकार में शामिल बीजेपी ने इस घटना का कड़ा विरोध किया है। कुछ हफ्ते पहले अन्य अलगाववादी नेता आसिया अंदरीबी ने भी एक रैली में पाक झंडे लहराए थे, जिस पर विवाद हुआ था।
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में आतंकवाद विरोधी अभियान में एक युवक की हत्या के विरोध में तराल शहर आज बंद रहा। सेना का दावा है कि मारा गया युवक हिजबुल मुजाहिदीन का भूमिगत कार्यकर्ता था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'तराल शहर तथा आसपास के इलाकों में आज सभी दुकानें, स्कूल और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे।' विरोध में निकाले गए मार्च में कुछ लोगों ने पाकिस्तानी झंडे हाथ में लिए हुए थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण ज़रूर है, लेकिन शांत है। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। सैयद अली शाह गिलानी की अगुवाई वाले कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस ने आरोप लगाया कि खालिद मुज़फ्फर सोमवार को सेना द्वारा फर्जी मुठभेड में मारा गया। इसके बाद तराल में बंद का आह्वान किया गया था।
पीड़ित युवक के पिता ने उनके बेटे के शरीर पर गोलियों का कोई निशान नहीं होने की बात कही है। कश्मीर के पुलिस प्रमुख एस जे गिलानी ने कल कहा था कि तराल में एक आतंकवादी समेत दो लोगों की मौत की जांच शुरु कर दी गयी है। इसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए थे और इन प्रदर्शनों में 20 सुरक्षाकर्मियों समेत 32 लोग घायल हो गए थे।