नई दिल्ली: महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन की मांग तेज होती जा रही है। आंदोलन के कारण अब तक 6 लोगों ने खुदकुशी की है। आज आंदोलन और भी उग्र हो सकता है क्योंकि आज से मराठा क्रांति मोर्चा का जेल भरो आंदोलन शुरू हो रहा है। ये आंदोलन मोर्चा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ़ दर्ज केस वापस लेने के लिये हो रहा है। आंदोलन के उग्र होने के अंदेशे के चलते प्रशासन अलर्ट हो गया है और राज्य में सुरक्षा के पुख्ता और सख्त इंतजाम किए गए हैं। इधर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
दूसरी ओर आरक्षण की मांग को लेकर खुदकुशी करने वालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। वहीं, राज्य में इस मुद्दे को लेकर आठ लोगों ने आत्मदाह की भी कोशिश की। पुलिस के मुताबिक औरंगाबाद जिले में फुलांबरी तहसील के वदोदबाजार गांव में 17 वर्षीय छात्र ने कुएं में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। एक अधिकारी ने बताया कि प्रदीप हरि म्हेस्के को दसवीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक मिले थे लेकिन मराठा आरक्षण नहीं होने के कारण एक जूनियर कॉलेज और तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान में उसका नामांकन नहीं हो सका था।
वहीं एक साइंस ग्रेजुएट युवक ने बीड जिले में मंगलवार अपराह्न् आत्महत्या कर ली। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, अभिजीत देशमुख ने वीरा गांव में अपने घर के बाहर पेड़ से फांसी लगा ली। आत्महत्या से पहले लिखे नोट में उसने इसके लिए कई कारण बताए हैं। उसकी शर्ट की जेब से बरामद नोट में, उसने लिखा है कि मराठा आरक्षण की मांग स्वीकार करने में हो रही देरी, बैंक के बकाया कर्ज और अपने बीमार परिवारजनों के लिए दवाइयां नहीं ला पाने के कारण वह जान दे रहा है।
देशमुख ने कहा कि उसने विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी, लेकिन बेरोजगारी के कारण उसका परिवार बैंक का कर्जा नहीं चुका पाया। उसने कथित तौर पर अपने एक दोस्त से चर्चा की थी कि मराठाओं के लिए आरक्षण नहीं होने के कारण ही वह नौकरी नही ढूंढ़ पा रहा था या उसे व्यापार के लिए भी कर्ज नहीं मिल रहा था, क्योंकि उसने अपनी पढ़ाई के लिए लिया गया कर्ज नहीं चुकाया था।
म्हास्के और देशमुख के खुदकुशी कर लेने से महाराष्ट्र में प्रदर्शन और तेज हो गए हैं। मराठा समुदाय के लोगों ने औरंगाबाद-जलगांव मार्ग पर ‘रास्ता रोको’ प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने बताया कि मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड़ जिले के वीदा गांव के 35 वर्षीय खेत मजदूर अभिजीत देशमुख ने अपने घर के समीप एक पेड़ से फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर जिले में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आठ प्रदर्शनकारियों ने अपने शरीर पर किरोसिन छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की।