चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पहलवान रवि दहिया का मनोबल बढ़ाया। रवि दहिया के टोक्यो ओलंपिक फाइनल में पहुंचने पर मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा सहित पूरे देश का उनपर गर्व है और उनसे गोल्ड की उम्मीदें हैं।
खट्टर ने ट्वीट किया, "म्हारे पहलवान रवि दहिया ने Tokyo 2020 में अपने कुश्ती के मुकाबले में कजाकिस्तान के पहलवान को चित करके फाइनल में पहुंचकर गाड़ दिया लट्ठ। हरियाणा सहित पूरे देश को आप पर गर्व है और आपसे गोल्ड मेडल की पूरी उम्मीदें हैं।"
फाइनल में पहुंचने पर रवि दहिया के गांव में जश्न का माहौल
टोक्यो ओलंपिक फाइनल में पहुंचकर भारत के लिये पदक पक्का करने वाले दहिया के गांव में जश्न का माहौल है। दहिया बुधवार को ओलंपिक खेलों के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बने। उन्होंने 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में कजाखस्तान के नूरिस्लाम सनायेव को हराया।
इसके तुरंत बाद नाहरी गांव में उनके परिजन और रिश्तेदार जश्न मनाने लगे। दहिया के पिता राकेश की खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्होंने कहा, "रवि स्वर्ण पदक जीतेगा। मुझे पूरा विश्वास है। मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकता।"
राकेश ने कहा, "उसने परिवार वालों से वादा कर रखा है कि वह ओलंपिक स्वर्ण पदक लेकर आएगा। वह हर दिन आठ घंटे तक अभ्यास करता था।" उन्होंने कहा कि छह साल की उम्र से रवि ने गांव के अखाड़े में कुश्ती शुरू कर दी थी और बाद में वह दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में चला गया था।
राकेश ने याद किया वह प्रत्येक दिन गांव से अपने बेटे के लिये दूध और मक्खन लेकर जाते थे ताकि उनके बेटे को पोषक आहार मिल सके। दहिया की दादी सावित्री ने कहा कि वह अपने पोते की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, "टोक्यो जाने से पहले उसने मुझसे कहा था, दादी मैं स्वर्ण पदक लेकर आऊंगा।"
एक अन्य रिश्तेदार रिंकी ने कहा, "रवि ने मुझसे कहा था कि मौसी मैं पूरे देश को गौरवान्वित करूंगा और आज उसने ऐसा कर दिखाया। वह अब स्वर्ण पदक से एक कदम दूर है।"
बता दें कि दहिया से पहले सुशील कुमार फाइनल में पहुंचने वाले एकमात्र पहलवान थे। उन्होंने लंदन ओलंपिक 2012 में रजत पदक हासिल किया था।