नई दिल्ली: एक नौजवान अपनी कलम और काबिलियत से अपने घर वालो के साथ-साथ कश्मीर का नाम भी रौशन कर सकता था। लेकिन उसने अपनी पीएचडी पूरी करने की ख्वाहिश को छोड़कर आतंक और दहशत का रास्ता और खून से रंगा हुआ रास्ता चुना। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च स्कॉलर के हाथों में एके 47 लिए एक तस्वीर के तेजी से वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस ही नहीं, पुलिस से लेकर सेना तक के कान खड़े हो गए हैं। उसी छात्र मन्नान वानी का नया वीडियो भी सामने आया है। ये वीडियो एएमयू छात्र संघ चुनाव का है। इस वीडियो में मन्नान वानी ने कश्मीर समेत कई मुद्दों पर अपनी राय रख रहा है।
भूगर्भशास्त्र में पीएचडी करने वाला ये कश्मीरी नौजवान अगर अब आतंक और दहशत का पाठ पढ़ने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है तो हिंदुस्तान की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क हो जाना चाहिए। ये तस्वीर फिलहाल एक तस्वीर भर है लेकिन कल आतंक की बहुत बड़ी कहानी बन सकती है। ये तस्वीर दिखाती है कि कश्मीर के पढ़े-लिखे युवा कैसे आतंकी बन रहे हैं। तो क्या कश्मीर में एक और बुरहान वानी पैदा होने जा रहा है। मन्नान वानी जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहा मन्नान तीन दिन पहले ही एएमयू से कश्मीर गया था। मन्नान ने अचानक कैसे आतंकी बनने का फैसला ले लिया इसकी भनक उसके घरवालों को भी नहीं लग पाई।
पहले बुरहान वानी ने कश्मीर घाटी में दहशत का खूनी खेल खेला और एनकाउंटर में मारा गया। अब एक और वानी आतंक के उसी रास्ते पर चलने के लिए तैयार हो गया है। हाथ में एके 47 लेकर तस्वीर खिचवाने वाला कश्मीरी छात्र मन्नान वानी है जो अभी तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था। जमीन के अंदर होने वाली हलचलों को लेकर रिसर्च कर रहा था। भूगर्भशास्त्र में अपनी थेसिस तैयार कर रहा था। लेकिन बताया जा रहा है कि अब ये हिंदुस्तान की सरजमीं पर आतंक का खूनी खेल खेलने के लिए टेररिस्ट ग्रुप हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। फिलहाल पुलिस मन्नान वानी के बारे में जांच कर रही है।
इसी जांच के सिलसिले में पुलिस ने अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छापा मारा। पुलिस ने मन्नान वानी के कमरे की भी तलाशी ली। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक मन्नान वानी 5 जनवरी को ही हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था। मन्नान वानी 2 जनवरी से ही गायब है और जम्मू कश्मीर में अपने घर भी नहीं गया है। इसी बीच हाथ में एके 47 लिए उसकी तस्वीर वायरल हुई तो दुनिया को पता चला कि वो हिजबुल का आतंकी बन गया है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रही मन्नान वानी की तस्वीर से जाहिर होता है कि आतंकी संगठनों के लिए अब भी कश्मीरी छात्र सबसे आसान मोहरे हैं। बताया जा रहा है कि मन्नान का कोड 'हमजा भाई' है और वो कश्मीर में आतंक का नया पोस्टर ब्व़य बनना चाहता है। हाल ही में कश्मीर के एक फुटबॉल खिलाड़ी माजिद अरशद खान ने भी एक आतंकी संगठन को ज्वॉइन किया था। पढे़-लिखे और काबिल कश्मीरी नौजवानों का आतंकी बन जाना वाकई सुरक्षा के लिहाज से ही नहीं, बल्कि हिंदुस्तानी तहजीब और कश्मीरियत के मुंह पर एक करारा तमाचा है।
मन्नान वानी के दहशत पैदा करने वाले इस कदम से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की इमेज को भी बड़ा धक्का लगा है। इस बीच एएमयू के छात्र के आतंकी संगठन में शामिल होने की खबरों से विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों में हड़कंप मच गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने संदेह के आधार पर फिलहाल मन्नान वानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया है।