नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी आज साल 2021 में दूसरी बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से संवाद किया। आज के कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार! कल माघ पूर्णिमा का पर्व था। माघ का महीना विशेष रूप से नदियों, सरोवरों और जलस्त्रोतों से जुड़ा हुआ माना जाता है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है- “माघे निमग्ना: सलिले सुशीते, विमुक्तपापा: त्रिदिवम् प्रयान्ति।।” अर्थात, माघ महीने में किसी भी पवित्र जलाशय में स्नान को पवित्र माना जाता है।”
पढ़ें- डॉक्टर की शादी में शामिल हुए राजनाथ, 20 साल पहले ली थी उसकी पढ़ाई की जिम्मेदारी
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि दुनिया के हर समाज में नदी के साथ जुड़ी हुई कोई-न-कोई परम्परा होती ही है। नदी तट पर अनेक सभ्यताएं भी विकसित हुई हैं। हमारी संस्कृति क्योंकि हजारों वर्ष पुरानी है, इसलिए, इसका विस्तार हमारे यहाँ और ज्यादा मिलता है। भारत में कोई ऐसा दिन नहीं होगा जब देश के किसी-न-किसी कोने में पानी से जुड़ा कोई उत्सव न हो। माघ के दिनों में तो लोग अपना घर-परिवार, सुख-सुविधा छोड़कर पूरे महीने नदियों के किनारे कल्पवास करने जाते हैं।पढ़ें- सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालने पर होगी 5 साल की जेल? जानिए क्या है इस दावे की सच्चाई
पढ़ें- भारतीय रेलवे ने लोकल पैंसेंजर्स के लिए किया छोटी दूरी की कई ट्रेनों का ऐलान, देखिए पूरी लिस्ट
कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को हिंदी या अंग्रेजी में अपना संदेश रिकॉर्ड करने के लिए एक टोल-फ्री नंबर भी साझा किया था। जनवरी में 'मन की बात' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि वे इस साल देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों और उनके संघर्ष की कहानियों के बारे में लिखें। "मन की बात" राष्ट्र के लिए प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है। इस कार्यक्रम से जुड़ी हर अपडेट आप हमारे इस पेज पर लाइव अपडेट्स में पढ़ सकते हैं।
पढ़ें- गुड न्यूज! 80 हजार से ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग देगी योगी सरकार, प्रशिक्षण के दौरान दिया जाएगा अलाउंस
पढ़ें- कुत्तों को खाना खिलाने पर विवाद, अदालत ने AWBI से दखल देने को कहा