जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राजस्थान से राज्यसभा के उपचुनाव के लिए मंगलवार को यहां नामांकन पत्र दाखिल किया। राज्य विधानसभा में निर्वाचन अधिकारी के सामने सिंह ने अपने नामांकन के लिए दस्तावेज दाखिल किए। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सहित राज्य के अनेक मंत्री और वरिष्ठ नेता उनके साथ थे। भाजपा के राज्यसभा सदस्य मदन लाल सैनी के निधन से यह सीट खाली हुई है। सैनी का जून में निधन हो गया था।
राज्य विधानसभा में कांग्रेस के बहुमत को देखते हुए राज्यसभा उपचुनाव में सिंह (86) के जीतने की पूरी संभावना है। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट के लिए अभी अपना प्रत्याशी तय नहीं किया है। पार्टी की एक बैठक आज दिन में होनी है जिसमें इस बारे में फैसला किया जाना है। राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं। इनमें से दो सीटें फिलहाल खाली हैं। कांग्रेस के पास 100 विधायक हैं जबकि उसके गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल का एक विधायक है। भारतीय जनता पार्टी के पास 72, बहुजन समाज पार्टी के पास छह, भारतीय ट्राइबल पार्टी, माकपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पास दो दो विधायक हैं। 13 निर्दलीय विधायक हैं और दो सीटें खाली हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास 12 निर्दलीय तथा बसपा के छह विधायकों का बाहर से समर्थन भी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह लगभग तीन दशक तक असम से राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होते रहे। वे 1991 से 2019 तक लगातार पांच बार राज्यसभा सदस्य रहे और 2004 से 2014 तक लगातार दो बार प्रधानमंत्री पद पर रहे। सिंह का राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल इस साल 14 जून को समाप्त हो गया। उन्हें दुबारा नामांकित नहीं किया गया क्योंकि पार्टी के पास उन्हें असम से भेजने के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं है। राजस्थान में राज्यसभा के उपचुनाव के लिए नामांकन 14 अगस्त तक दाखिल किए जा सकते हैं। मतदान 26 अगस्त को होगा। उसी दिन गणना होगी। चुनाव प्रक्रिया 28 अगस्त को पूरी हो जाएगी। राजस्थान से राज्यसभा की दस सीटें हैं।