नई दिल्ली. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सेहत में सुधार हुआ है और उनकी कोविड-19 की जांच में संक्रमण नहीं पाया गया है। एम्स सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। नयी दवा के कारण रिएक्शन और बुखार होने के बाद 87 वर्षीय सिंह को रविवार रात एम्स में भर्ती कराया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उनकी सेहत सोमवार को ‘बेहतर’ है और दिन के समय में उन्हें बुखार नहीं आया।
उन्होंने बताया कि सिंह की कई तरह की जांच की गई है, जिनमें से कई की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। सूत्रों ने बताया कि सिंह को एक-दो दिन के भीतर अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। एक सूत्र ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए नमूना लिया गया था और उसकी रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।’’
पहले सिंह को एम्स के कार्डियो-थोरैसिक (हृदय और सीने से संबंधित) यूनिट सघन चिकित्सा कक्षा कक्ष (आईसीयू) में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया था। बाद में उन्हें एम्स के ‘कार्डियो-न्यूरो टावर’ के प्राइवेट वार्ड में भेजा गया। इससे पहले एम्स सूत्रों ने बताया, ‘‘एक नयी दवा लेने के बाद रिएक्शन (फैब्राइल रिएक्शन) होने के कारण उन्हें भर्ती कराया गया था ताकि वह चिकित्सकों की निगरानी में रह सकें और उनकी जांच हो सके। बुखार के अन्य कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और उनकी जरूरी देखभाल की जा रही है।’’
सूत्रों के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री की हालत स्थिर है और वह एम्स के कार्डियो-थोरैसिक सेंटर के चिकित्सकों की एक टीम की निगरानी में हैं। सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। वह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। साल 2009 में उनकी एम्स में ही कोरोनरी बाईपास सर्जरी हुई थी। मनमोहन सिंह के अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलते ही कई नेताओं ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जतायी और जल्द ठीक होने की कामना की।