Monday, November 18, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. मणिपुर और अंडमान निकोबार में आया भूकंप, सुबह-सुबह महसूस हुए झटके

मणिपुर और अंडमान निकोबार में आया भूकंप, सुबह-सुबह महसूस हुए झटके

गौरतलब है कि भूकंप में रिक्टर स्केल का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: November 08, 2021 8:45 IST
मणिपुर और अंडमान निकोबार में आया भूकंप, सुबह-सुबह महसूस हुए झटके- India TV Hindi
Image Source : SEISMO मणिपुर और अंडमान निकोबार में आया भूकंप, सुबह-सुबह महसूस हुए झटके

इंफाल/पोर्ट ब्लेयर (मणिपुर/अंडमान और निकोबार): सोमवार सुबह को मणिपुर और अंडमान और निकोबार में भूकंप के झटके महसूस (Earthquake) किए गए। मणिपुर में भूकंप सुबह करीब पौने आठ बजे आया, जिसकी रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता दर्ज की गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने यह जानकारी दी है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा, "मणिपुर के उखरूल से ईस्ट ऑफ साउथ ईस्ट (पूर्व दक्षिण पूर्व) में सुबह 7:48 बजे रिक्टर स्केल पर 4.4 की तीव्रता वाला भूकंप आया।" 

वहीं, अंडमान और निकोबार में सुबह साढ़े पांच बजे भूकंप आया, जिसकी रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता दर्ज की गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा, "अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर से 218 किमी दक्षिण पूर्व में सुबह 05:28 बजे 4.3 तीव्रता का भूकंप आया।" गौरतलब है कि भूकंप में रिक्टर स्केल का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।

रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता का संबंध?

  • 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
  • 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
  • 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
  • 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
  • 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
  • 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
  • 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
  • 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
  • 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी।

भूकंप आने पर क्‍या करें, क्या न करें?

  • भूकंप आने पर फौरन घर, स्कूल या दफ़्तर से निकलकर खुले मैदान में जाएं। बड़ी बिल्डिंग्स, पेड़ों, बिजली के खंबों आदि से दूर रहें।
  • बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
  • कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं। इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा।
  • भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे।
  • अगर आप बाहर नहीं निकल पाते तो टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं और उसके लेग्स कसकर पकड़ लें ताकि झटकों से वह खिसके नहीं।
  • कोई मजबूत चीज न हो, तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज़ से ढककर घुटने के बल टेक लगाकर बैठ जाएं।
  • खुलते-बंद होते दरवाजे के पास खड़े न हों, वरना चेाट लग सकती है।
  • गाड़ी में हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंबों, फ्लाईओवर, पुल आदि से दूर सड़क के किनारे या खुले में गाड़ी रोक लें और भूकंप रुकने तक इंतजार करें।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement