नई दिल्ली: मंदसौर में आठ साल की मासूम बच्ची से गैंगरेप के बाद पूरे मध्य प्रदेश में आक्रोश है। इंसाफ के लिए शहर-शहर लोग सड़क पर उतर पड़े हैं लेकिन इस हैवानियत पर बीजेपी के एक विधायक ने शर्मनाक बयान दिया है। बीजेपी विधायक सुदर्शन गुप्ता इंदौर में बच्ची की तबीयत जानने के लिए पहुंचे थे लेकिन इसके बाद विधायक ने जो कहा उसे सुनकर हर कोई शर्मिंदा है। विधायक सुदर्शन गुप्ता ने मासूम के माता पिता से कहा कि आपसे मिलने के लिए सांसद आए हैं इसलिए वो उनका धन्यवाद करें।
विधायक सुदर्शन गुप्ता का यह बेशर्म बयान उस वक्त आया, जब मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता बच्ची के माता-पिता से बात कर रहे थे और सभी तस्वीरें खिंचवाने में मशगूल थे। हालांकि जल्द ही बीजेपी विधायक को अहसास हुआ कि उनकी जुबान फिसल चुकी है। इसके बाद उन्होंने आगे कहा, 'जो भी जरूरत हो उसके बारे में आप लोग हमें बताइएगा।' इस पर बच्ची के परिजनों ने बिना कोई प्रतिक्रिया दिए सिर हिलाकर हामी भरी।
आठ साल की गुड़िया 26 जून की शाम स्कूल की छुट्टी के बाद लापता हो गई थी और वो 27 जून को स्कूल के पास की झाड़ियों में लहूलुहान हालत में मिली थी। दरअसल इरफान ने पहले मिठाई देने का लालच दिया और फिर गुड़िया को बहला फुसला कर अपने साथ स्कूल के गेट से दूर ले गया और फिर झाडियों में पहुंचते ही आसिफ भी इरफान के साथ हो गया।
हवस के नशे में चूर दोनों दरिदों ने बारी बारी से गुड़िया के साथ रेप किया। फिर इरफान ने गला रेतने की कोशिश की और आखिर में गुड़िया को दर्द में तड़पता छोड़ फरार हो गए। इरफान अपनी दरिंदगी की पूरी कहानी पुलिस के सामने कबूल कर चुका है और उसी के खुलासे के बाद पुलिस दूसरे दरिंदे आसिफ तक पहुंची। दोनों दरिंदों ने मंदसौर की मासूम के साथ दिल्ली की निर्भया जैसी हैवानियत की है। 6 साल पहले जैसे दिल्ली में निर्भया के साथ हैवानियत हुई थी और पूरा देश उबल पड़ा था वैसा ही उबाल मध्य प्रदेश में भी दिख रहा है जहां शहर-शहर प्रदर्शन हो रहे हैं। बच्ची के साथ हुई हैवानियत को देख डॉक्टर भी कांप गए थे। उसके पूरे शरीर पर गंभीर जख्मों के निशान हैं। हालत को देखते हुए डॉक्टरों को उसकी तक आंत काटनी पड़ी।
गुड़िया का इलाज इंदौर के एमवाय अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है लेकिन उसके जेहन में बैठा हैवानियत का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। 48 घंटे बाद कल गुडिया को होश आया और जब लड़खड़ाती जुबान से गुड़िया ने बस यही कहा दो अंकल बहुत गंदे थे, दोनों अंकल बहुत गंदे थे। अस्पताल में 10 डॉक्टरों की टीम की निगरानी में गुड़िया का इलाज चल रहा है। उसके जख्म इतने गहरे हैं कि उन्हें भरने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा।