नई दिल्ली: मंदसौर में गुड़िया गैंगरेप कांड को लेकर मध्य प्रदेश उबाल पर है। आज पुलिस दूसरे आरोपी आसिफ को कोर्ट में पेश करेगी। इस गैंगरेप कांड में इरफान और आसिफ पर गुड़िया से गैंगरेप और जानलेवा हमला करने का आरोप है। दोनों को फांसी की मांग पर कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच अस्पताल में भर्ती 'गुड़िया' की हालत अब स्थिर है। 'गुड़िया' की मां ने भी आरोपियों को फांसी की मांग की है। मंदसौर में आठ साल की बच्ची से गैंगरेप और फिर उसका गला रेते जाने के दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। पहला आरोपी इरफान पहले ही पुलिस की गिरफ्त में था जिसे सीसीटीवी में कैद फुटेज के आधार पर पुलिस ने पकड़ा था और शुक्रवार को दूसरा आरोपी और इरफान का साथ देने वाला आसिफ भी गिरफ्तार हो गया है लेकिन दिल दहलाने वाली इस घटना के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है।
लोगों की मांग है कि आठ साल की गुड़िया के साथ हैवानियत करने वालों को फांसी दी जाए। मंदसौर से लेकर नीमच तक मध्य प्रदेश के कई शहरों में लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं और बलात्कारियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोपियों को दरिंदा करार देते हुए शुक्रवार को कहा, ‘ये दरिंदे धरती पर बोझ हैं, ये धरती पर जीवित रहने के लायक नहीं हैं।' उन्होंने कहा, 'बलात्कार के मामलों में हमने प्रदेश में फास्ट ट्रैक अदालत में कार्यवाही करने के प्रावधान किए हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट से भी इस प्रकार के प्रावधान करने का अनुरोध किया है ताकि इस तरह के अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ शीघ्र अदालती कार्यवाही कर उन्हें फांसी की सजा दी जा सके।’
आठ साल की गुड़िया 26 जून की शाम स्कूल की छुट्टी के बाद लापता हो गई थी और वो 27 जून को स्कूल के पास की झाड़ियों में लहूलुहान हालत में मिली थी। दरअसल इरफान ने पहले मिठाई देने का लालच दिया और फिर गुड़िया को बहला फुसला कर अपने साथ स्कूल के गेट से दूर ले गया और फिर झाडियों में पहुंचते ही आसिफ भी इरफान के साथ हो गया।
हवस के नशे में चूर दोनों दरिदों ने बारी बारी से गुड़िया के साथ रेप किया। फिर इरफान ने गला रेतने की कोशिश की और आखिर में गुड़िया को दर्द में तड़पता छोड़ फरार हो गए। इरफान अपनी दरिंदगी की पूरी कहानी पुलिस के सामने कबूल कर चुका है और उसी के खुलासे के बाद पुलिस दूसरे दरिंदे आसिफ तक पहुंची। दोनों दरिंदों ने मंदसौर की मासूम के साथ दिल्ली की निर्भया जैसी हैवानियत की है। 6 साल पहले जैसे दिल्ली में निर्भया के साथ हैवानियत हुई थी और पूरा देश उबल पड़ा था वैसा ही उबाल मध्य प्रदेश में भी दिख रहा है जहां शहर-शहर प्रदर्शन हो रहे हैं। बच्ची के साथ हुई हैवानियत को देख डॉक्टर भी कांप गए थे। उसके पूरे शरीर पर गंभीर जख्मों के निशान हैं। हालत को देखते हुए डॉक्टरों को उसकी तक आंत काटनी पड़ी।
गुड़िया का इलाज इंदौर के एमवाय अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है लेकिन उसके जेहन में बैठा हैवानियत का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। 48 घंटे बाद कल गुडिया को होश आया और जब लड़खड़ाती जुबान से गुड़िया ने बस यही कहा दो अंकल बहुत गंदे थे, दोनों अंकल बहुत गंदे थे। अस्पताल में 10 डॉक्टरों की टीम की निगरानी में गुड़िया का इलाज चल रहा है। उसके जख्म इतने गहरे हैं कि उन्हें भरने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा।
मासूम को इतना दर्द है कि उसे कोई छूता है तो वह कराह उठती है। मां की मांग है कि उनकी बेटी को जितने घाव मिले है उससे कहीं ज्यादा घाव उन दोनों दरिंदों को मिलनी चाहिए। एमपी की पुलिस और सरकार गुड़िया को इंसाफ दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उम्मीद है कि फास्टट्रैक कोर्ट दोनों आरोपियों को जल्द सजा सुनाएगा।